काशी में बेतहासा बढ़ती भीड़ से लोगों का घुट रहा दम
- भीड़ इतनी बढ़ती जा रही है कि पैदल चलना कठिन, सांस लेना मुश्किल
- नव वर्ष के पूर्व ही पर्यटकों की संख्या में कई गुना इजाफा
- मैदागिन से चौक, ज्ञानवापी, बांसफाटक, गोदौलिया पर चलना दु्श्वार
- शहर का हर इलाका रोजाना जाम की गिरफ्त में आकर झेल रहा
वाराणसी (रणभेरी)। काशी में बेतहासा बढ़ती भीड़ से लोगों का दम घुटने लगा है। भीड़ भी इतनी है कि शहर के किसी भी जगह पर पैदल चलना मुश्किल हो गया है। इसके चलते शहर के प्राय: हर इलाकों में सुबह हो या शाम जाम लग जा रहा है। इसके चलते शहर के मुख्य मार्गोें से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। नव वर्ष के आगमन में अभी पांच-छह दिन शेष है लेकिन नव वर्ष के आगमन के पूर्व ही काशी नगरी में पर्यटकों की संख्या लगातार इजाफा होता ही जा रहा है। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में तीनों लोको से न्यारी काशी की काफी महत्ता है। हर कोई देवाधिदेव महादेव की इस नगरी को समीप से निहारना चाहता है। यही वजह है कि चाहे कोई तीज-त्यौहार हो या फिर कोई खास मौका हो हर कोई काशी आकर इसे सेलिब्रेट करना चाहता है। इस बार भी न्यू ईयर सेलिब्रेट के लिए पांच दिन पहले से ही पर्यटकों का काशी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके चलते शहर में पर्यटकों की भारी भीड़ बढ़ गई है। जिसका खामियाजा काशी के निरीह नागरिक भुगत रहे हैं। भारी भीड़ के चलते अब तो लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। लोग बताते है कि शहर में जाम का एक और कारण राजघाट स्थित मालवीय ब्रिज पर भारी वाहनों का आवागमन बंद होना है। भारी वाहनों का आवागमन बंद होने से गाड़ियों का दूसरी तरफ से शहर में आवागमन हो रहा है जिसके चलते पूरे शहर में जाम की स्थिति बन जा रही है।

इस समय शहर में भारी भीड़ के चलते मैदागिन से नीचीबाग, बुलानाला, चौक, ज्ञानवापी, बांसफाटक, गोदौलिया पार करना मुश्किल है। सबसे गंभीर हालत तो चौक-ज्ञानवापी काशी विश्वनाथ धाम का है जहां पर रोजाना लाखों की भीड़ बाबा का दर्शन करने को उमड़ी रहती है। ज्ञानवापी गेट नंबर चार के सामने वीआईपी गाड़ियों के चलते भी रोजाना जाम की स्थिति बन जा रही है। चौक से ज्ञानवापी- बांसफाटक - गोदौलिया तक तो पैदल चलना मुश्किल है। अगर आप इधर से पैदल पार कर गये तो आप काफी खुशनसीब हैं। यही हाल गोदौलिया से दशाश्वमेधघाट, उधर जंगमबाड़ी से सोनारपुरा, शिवाला, भेलूपुर तक है। इधर रथयात्रा से लक्सा, कमच्छा से सिगरा तक का यही हाल है। शाम के समय तो कमच्छा से सिगरा वाला मार्ग रोजाना जाम की गिरफ्त में रहता है। इधर सिगरा साजन सिनेमा से फातमान जान वाला रोड भी वाहनोें के चलते हमेशा जाम की चपेट में रहता है। पर्यटकों की भारी भीड़ के चलते मैदागिन से गोलघर होते हुए भैरोनाथ चौराहा एवं मैदागिन से प्रधान डाकघर विशेश्वरगंज होते हुए भैरोनाथ चौराहे तक इतनी भीड़ है कि इसमें से होकर गुजरना बड़ा मुश्किल है। मैदागिन से कालभैरव चौराहे का जाम तो एक नहीं बल्कि रोजाना का बन गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के बाद बाबा कालभैरव का दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। बाहर से आये पर्यटकों में बनारस आकर बाबा काशी विश्वनाथ धाम, बाबा कालभैरव, दुर्गा मंदिर, संकटमोचन, मानस मंदिर आदि देवालयों में दर्शन-पूजन करने की ललक के चलते ही काशी में लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। बनारस आकर लोग गंगा आरती देखने के लिए लालायित रहते हैं जिसके चलते शाम के वक्त दशाश्वमेध घाट के अलावा, नमोघाट व अस्सी घाट पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती है जिसका खामियाजा यहां के नागरिक उठाते है। शाम के वक्त जिस समय गंगा आरती होती है उस समय दशाश्वमेधघाट से गोदौलिया या फिर जंगमबाड़ी, चौक की ओर गुजरना बड़ा मुश्किल होता है। दशाश्वमेधघाट से गोदौलिया, लक्सा की ओर लोगोंं का रेला चलता रहता है। जिसमें से होकर कहीं भी आना-जाना हर किसी के लिए बड़ा कठिन कार्य है। भारी भीड़ व जाम को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन ने कई बार नियम कानून बनाये लेकिन हर नियम कानून की धज्जियां उड़ती रही। इस जाम व भारी भीड़ की समस्या से लोगों को कब निजात मिलेगी कुछ कहा नहीं जा सकता है।











