वाहन की टक्कर से ऑटो चालक और दो पुत्रों की मौत, पत्नी-बेटी घायल

 वाहन की टक्कर से ऑटो चालक और दो पुत्रों की मौत, पत्नी-बेटी घायल

शाहजहांपुर । जिले के मदनापुर क्षेत्र में जलालाबाद-कटरा मार्ग पर गांव चंदोखा के पास हुए भीषण सड़क हादसे में बरेली के फतेहगंज पूर्वी निवासी आॅटो चालक और उनके दो पुत्रों की मौत हो गई, जबकि पत्नी और मासूम बेटी गंभीर घायल हुई हैं। दोनों को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हादसा मंगलवार रात अज्ञात वाहन की टक्कर से हुआ है। इसके बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। उसका पता लगाने के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। उधर, इस हादसे से एक परिवार की दुनिया उजड़ गई। पति और दो बेटों की मौत से घायल महिला बदहवास है। इधर, हादसे की खबर सुनते ही आटो चालक की बूढ़ी मां बेसुध हो गईं। मोहल्ले के लोगों ने उन्हें संभाला।  
फतेहगंज पूर्वी की गिहार बस्ती निवासी बनारसी उर्फ जितेंद्र (38 वर्ष) आटो चालक थे। वह किराये पर आॅटो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते थे। उनकी पत्नी रागिनी (32 वर्ष), पुत्र सिद्धार्थ (11 वर्ष) व बाबू (छह माह) और तीन साल की बेटी अनन्या को लेकर चार दिन पहले शाहजहांपुर के कांट में उनकी ननद के घर गईं थीं। जितेंद्र मंगलवार सुबह पत्नी और बच्चों को लेने के लिए आटो से गए थे।  

कांट से शाम को लौटकर आते समय मदनापुर में जितेंद्र अपने साढ़ू के घर पर कुछ देर के लिए रुक गए। उसके बाद रात में वहां से चल दिए। जैसे ही वह कटरा-जलालाबाद मार्ग पर चंदोखा गांव के पास पहुंचे, तभी किसी वाहन की टक्कर लगने से उनका आटो पलट गया। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को राजकीय मेडिकल कॉलेज के लिए भेजा। 

डॉक्टर ने सिद्धार्थ और बाबू को मृत घोषित कर दिया। बनारसी उर्फ जितेंद्र की बरेली ले जाते समय मौत हो गई। घायल रागिनी और उनकी बेटी का उपचार चल रहा है। बुधवार सुबह एसपी राजेश द्विवेदी ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायल मां-बेटी का हाल जाना। वहीं, पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। 
शाहजहांपुर के एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि आटो सवार परिवार मदनापुर से लौट रहा था। किसी वाहन की टक्कर से हादसा हुआ है। टक्कर मारने वाले वाहन की तलाश की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करें और सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।

दर्दनाक हादसे की खबर मिलते ही फतेहगंज पूर्वी की गिहार बस्ती में मातम छा गया। घरों में चूल्हे नहीं जले। पुत्र जितेंद्र और दो पोतों की मौत से उनकी बूढ़ी मां मालती देवी बदहवास हैं। उनके पति की पहले ही मौत हो चुकी है। हादसे ने इकलौते बेटे और दो पोतों को भी छीन लिया है। इससे उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है