Varanasi : दो बच्चों को साथ लेकर महिला ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान, पति से विवाद पर सास-जेठ ने पीटा; पुलिसवालों ने भी नहीं सुनी तो किया सुसाइड

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में मंगलवार को चौखंडी स्टेशन पर महाकाल एक्सप्रेस के सामने दो मासूम बच्चों के साथ कूदकर विवाहिता ने जान दे दी। यह घटना सबको हैरान कर देने वाली है। महिला दो दिन से भूखी थी, उसने पड़ोसी से एक किलो आटा मांगा था। इस पर ससुराल वालों ने चरित्रहीन कह कर उसे पीट दिया था। ग्रामीणों के मुताबिक पिटाई से आहत होकर महिला ने आत्मघाती कदम उठाया। मां और दोनों बच्चों का क्षत-विक्षत शव देख कर लोगों का रूह कांप उठा। घटना की जानकारी पाकर पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया है। ट्रैक को साफ कराया गया है। ये घटना जंसा थाना क्षेत्र की है।
हरसोस गांव निवासी विकास सिंह सूरत की एक कंपनी में नौकरी करता है। होली पर घर आया था। परिवार में संपत्ति के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। मां और भाई-भाभी से अलग रहने की बात कही। इसके बाद परिजनों ने बंटवारा कर दिया। बावजूद इसके दोनों परिवारों में झगड़ा होता था। सोमवार को विकास की पत्नी मीनू का उसके जेठ और जेठानी से झगड़ा हो गया। कुछ देर बाद मीनू अपने बेटों विप्लव (5) और विपिन (3) को लेकर अपने मायके हाथी बाजार भदैया चली गई। मंगलवार को फिर घर पहुंची तो जेठ-जेठानी ने पीट दिया। इसके बाद मीनू अपने दोनों बच्चों को लेकर थाना जंसा पहुंची। पुलिस को पूरी घटना बताई। पुलिस ने पारिवारिक विवाद समझकर मामले को टाल दिया।
सुसाइड करने से पहले मीनू ने पति विकास को फोन किया था। वह जान देने की चेतावनी दे रही थी। पति ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। मीनू रोते हुए चौखंडी रेलवे स्टेशन के पास पहुंची। इसी दौरान महाकाल एक्सप्रेस को देखकर मीनू ने रेलवे ट्रैक पर दौड़ लगा दी। दोनों हाथों में बेटों को लेकर ट्रेन के आगे खड़ी हो गई। लोको पायलट ने हार्न बताया, इशारा किया। वो नहीं हटी। ट्रेन की चपेट में आने से तीनों की मौत हो गई।
वहीं, राजातालाब के ACP अजय कुमार श्रीवास्वत ने बताया-पुलिस मृतका के भाई कमलेश की तहरीर पर सास सुदामा देवी, ससुर लोदी, जेठानी रेशमा और पति विकास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है।