बीएचयू में निष्कासन वापसी की मांग करने पहुंचे छात्र से नोकझोंक, प्राक्टोरियल बोर्ड ने रोका, केन्द्रीय कार्यालय के बाहर किया विरोध

बीएचयू में निष्कासन वापसी की मांग करने पहुंचे छात्र से नोकझोंक, प्राक्टोरियल बोर्ड ने रोका, केन्द्रीय कार्यालय के बाहर किया विरोध

वाराणसी (रणभेरी): बीएचयू में कुलपति कार्यालय के बाहर निष्कासन वापसी की मांग को लेकर पहुंचे एक छात्र और सुरक्षाकर्मियों के बीच नोकझोंक हुई। वह कुलपति से मिलने पर अड़ा रहा। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने किसी तरह मामला शांत कराया। चीफ प्रॉक्टर प्रो. एसपी सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में शारीरिक शिक्षा विभाग के छात्र प्रशांत का निष्कासन हुआ था। 

कुलपति कार्यालय पहुंचकर उसने बताया कि उस पर एक मुकदमे की वजह से निष्कासन हुआ था। वर्तमान में उसे आरोप मुक्त कर दिया गया है। इसकी जानकारी ज्ञापन से वह केंद्रीय कार्यालय में चुका है, फिर भी सुनवाई नहीं हुई। प्रशांत के साथ नोकझोंक की सूचना पाकर कुछ छात्र भी जुट गए। चेतावनी दी कि न्याय नहीं हुआ तो आंदोलन करेंगे।

प्रशांत ने बताया रजिस्ट्रार द्वारा मामले के निस्तारण का हवाला भी दिया गया था परन्तु मामले का विश्वविद्यालय ने अनदेखा किया जबकि विश्वविद्यालय नियमावली के अनुसार यदि किसी विद्यार्थी के ऊपर कोई विधिक कार्रवाई की जाती है तो विश्वविद्यालय प्रशासन को उस मामले में कार्यवाही करने का अधिकार है। परन्तु उस मामले में दोषमुक्त होने के स्थिति में वह कार्रवाई स्वतः खत्म हो जाती है। इसी बात की गुहार हम लगा रहे थे कि जब हमें आरोपमुक्त कर दिया गया है तो उनको शिक्षा से वंचित न किया जाए। छात्र के बार बार अनुरोध करने के बावजूद भी विश्वविद्यालय के कुलपति उनसे नहीं मिले।