लालच बनी फांस : क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 30 लाख ठगे

लालच बनी फांस : क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 30 लाख ठगे

वाराणसी (रणभेरी सं.)। लालपुर-पांडेयपुर थाने पर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के संज्ञान लेने के बाद क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 30 लाख रुपए फ्राड का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मुकदमे में भुक्तभोगी की तहरीर पर पुलिस ने 9 नामजद और एक अज्ञात पर मुकदमा लिख कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है। भुक्तभोगी गणेश बरनवाल गाजीपुर के रहने वाले हैं। उनके अनुसार समीर केशरी नामक युवक ने बिट क्वाइन की तरह रूबी क्वाइन में निवेश का झांसा मुनाफे के लिए दिया था। गणेश बरनवाल ने बताया कि अचानक काल लगने से साल 2022 में समीर केशरी से बातचीत हुई थी। उसके बाद कई बार उसने काल की और बातचीत आगे बढ़ गयी। इसके बाद उसने घर आकर रूबी क्वाइन के बारे में बताया और कहा यह बिट क्वाइन से ज्यादा मुनाफा देगा। उसने मुझे झांसे में लेकर 10 हजार रुपए का निवेश कराया। इस दौरान समीर ने मुझे कुछ कागजात दिखाए और कहा कि सरकार ने इसे मान्यता दी है। ऐसे में यह फ्राड नहीं है। यह 100 प्रतिशत मुनाफा देगा। इस दौरान समीर के साथी भी घर आये। इसमें कुछ ने खुद को बोर्ड मेंबर बताया और रूबी क्वाइन क्रिप्टो करेंसी का प्लान और मुनाफा समझाया। ज्यादा मुनाफे के लालच में आकर मैंने 20 लाख रुपए अलग-अलग खातों में और 10 लाख रुपए कैश समीर के कहने पर इन्वेस्ट कर दिए। समीर ने कहा था समय-समय पर आप अपना मुनाफा विथड्राल कर सकेंगे। लेकिन अब खाते से पैसा विथड्राल नहीं हो रहा है। इसपर समीर से जानकारी चाही तो वह टाल-मटोल करने लगा। समीर इस दौरान साल 2023 में गणेश के घर आया। बोला दिसंबर 2023 तक रूई करेंसी की चेन पूरी दुनिया में आ जाएगी। तब 1000 डॉलर प्रतिमाह विथड्राल कर सकेंगे सभी कस्टमर। लेकिन यह बात भी दिसंबर 2023 के बाद गलत साबित हुई। इसके बाद आरपीएल की बात समीर ने शुरू की और पांच साल में 55 लाख रुपए रिटर्न की बात कही। जिसे मैंने 17 आरपीएल लिए और प्रत्येक के लिए 25 हजार दिए। लेकिन आज तक कोई मुनाफा नहीं हुआ है। इस सम्बन्ध में लालपुर-पांडेयपुर थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि गणेश बरनवाल की तहरीर पर समीर केशरी, एमके राय, अभिषेक गुप्ता, राकेश कुमार निषाद, महेंद्र श्रीवास्तव, शशि तिवारी, राजकुमार नाविक, आरके मौर्या, अखिलेश कुमार एक अज्ञात पर बीएनएस की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 406 और 506 में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।