भ्रष्टाचार की आंच : घूसखोर कानूनगो रिश्वत लेते गिरफ्तार, जमीन पैमाइश कराने को मांगे थे 15 हजार, 1 साल पहले ही बना था कानूनगो

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी जिले में भष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाही को अंजाम देते हुए बुधवार की सुबह एंटी करप्शन की टीम ने पिंडरा तहसील के कानूनगो महेंद्र सिंह को रंगेहाथ दबोच लिया। पिंडरा बाजार में एक दुकान पर कानूनगो जमीन की पैमाइश के लिए होमगार्ड से 15 हजार रुपए की रिश्वत ले रहा था।
होमगार्ड की माता के नाम पर दर्ज जमीन की पैमाइश के लिए कानूनगो ने 20 हजार मांगे थे, जिसके बाद 15 हजार पर मामला तय हुआ। पीड़ित ने एंटी करप्शन की टीम बुला ली और रिश्वतखोर को भरे बाजार दबोच लिया गया। कानूनगो को दबोचते देखकर दुकानदारों और आसपास के लोगों ने विरोध किया लेकिन एंटी-करप्शन टीम के इंस्पेक्टर ने परिचय देकर पूरा मामला बताया। इसके बाद लोग शांत हुए और आरोपी को वाराणसी कैंट थाने लाया गया, जहां टीम प्रभारी की तहरीर पर केस दर्ज किया गया।
5 जून को शिकायतकर्ता विजय कुमार निवारी बरजी, थाना फूलपुर ने एंटी करप्शन कार्यालय वाराणसी मंडल में शिकायत कर बताया कि एसडीएम के यहां अपनी मां सुगिया देवी के नाम से भूमि का पैमाइश कराने के लिए आवेदन किया, जिसके बाद एसडीएम द्वारा राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) को पैमाइश का निर्देश दिया गया। विजय कुमार ने कानूनगो से पैमाइश के लिए कहा तो उसने 15 हजार रुपये रिश्वत मांगा। गरीबी का हवाला देने पर बिना पैसे दिए पैमाइश करने से इनकार कर दिया। शिकायत का संज्ञान लेते हुए भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुख्यालय से अनुमति लेकर एंटी करप्शन टीम ने आरोपी को ट्रैप करने की योजना बनाई। इसके बाद बुधवार को कानूनगो महेंद्र सिंह ने पीड़ित को रुपयों के साथ पिंडरा बाजार में बुलाया। बाजार पहुंचकर जैसे ही कानूनगो ने विजय कुमार से रुपये लिए कि एंटी करप्शन की टीम ने उसे दबोच लिया। उसे गिरफ्तार कर कैंट थाना लाया गया। उसके खिलाफ संबंधित धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
पिंडरा तहसील में तैनात कानूनगो महेंद्र सिंह पुत्र लक्ष्मीनारायण सिंह मूलत: प्रतापगढ़ जिले के दरहूट थाना कन्हई का निवासी है। लेखपाल पद के लिए 1990 में भर्ती हुआ था और कई जनपदों में तैनात रहा। वाराणसी आने के बाद 2024 में उसकी प्रोन्नति लेखपाल से कानूनगो के रूप में हुई। वहीं अभी सेवाकाल के 3 वर्ष भी शेष हैं।