अंबानी परिवार ने मां अन्नपूर्णा को भेजा साड़ी और आभूषण समेत श्रृंगार सामग्री, धनतेरस से अगले 5 दिन खुलेगा कपाट, प्रतिदिन 18 घंटे देगी दर्शन

अंबानी परिवार ने मां अन्नपूर्णा को भेजा साड़ी और आभूषण समेत श्रृंगार सामग्री, धनतेरस से अगले 5 दिन खुलेगा कपाट, प्रतिदिन 18 घंटे देगी दर्शन

वाराणसी (रणभेरी): धनतेरस के पावन अवसर पर देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनके परिवार ने काशी की आराध्य देवी मां अन्नपूर्णेश्वरी के लिए विशेष स्वर्णमयी श्रृंगार सामग्री भेंट की है। इस श्रृंगार सामग्री में कीमती आभूषण, बनारसी रेशमी साड़ी, चूड़ियां, हार, टिकुली, बिंदी, कंगन सहित माता के सोलह श्रृंगार की वस्तुएं शामिल हैं।

अंबानी परिवार की ओर से भेजे गए इस भव्य श्रृंगार के साथ एक दीपावली ग्रीटिंग कार्ड भी भेजा गया है, जिसमें मुकेश अंबानी, उनके पुत्र आकाश और अनंत, पुत्रवधुएं श्लोका और राधिका, तथा पोते-पोतियों के नाम अंकित हैं।

श्रद्धा और परंपरा का संगम

हर वर्ष की भांति इस बार भी अंबानी परिवार ने अपनी धार्मिक आस्था व्यक्त करते हुए वाराणसी के प्रसिद्ध अन्नपूर्णा मंदिर को यह श्रृंगार सामग्री समर्पित की है। यह सामग्री माता के स्वर्णमयी स्वरूप को सजाने के लिए उपयोग की जाएगी।

मुहूर्त पूजन और दर्शन व्यवस्था

मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि धनतेरस की मंगल बेला में सुबह तीन बजे से पौने पांच बजे तक विधि-विधान से पूजन संपन्न होगा। इसके बाद सुबह पांच बजे से माता के पट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। श्रद्धालु पांच दिनों तक स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा, मां भूमि देवी, मां लक्ष्मी और रजत महादेव के दर्शन कर सकेंगे। महंत ने बताया कि इस बार का धनतेरस अत्यंत शुभ योग लेकर आया है, जिससे देश में समृद्धि और कोष वृद्धि के संकेत हैं।

भक्तों के प्रवेश और सुरक्षा व्यवस्था

भक्तों को बांसफाटक कोतवालपुरा गेट नं. ढूंढीराज गणेश मार्ग से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। प्रथम तल पर स्थित माता के स्वर्णमयी विग्रह के दर्शन के बाद राम मंदिर परिसर होते हुए कालिका गली से निकास होगा।

मंदिर परिसर में सुरक्षा के मद्देनजर दो दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं तथा वालंटियर और मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी। वृद्ध और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई है।

स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का दर्शन प्रतिदिन भोर 4 बजे से रात 11 बजे तक होगा, जबकि वीआईपी दर्शन का समय शाम 5 से 7 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस भव्य आयोजन के साथ काशी में दीपोत्सव की रोशनी और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।