अयोध्या में किशोरी ने की आत्महत्या, जाने सुसाइड नोट में किसको बताया जिम्मेदार, इतने लोगों पर दर्ज हुआ केस

(रणभेरी): अयोध्या के रौनाही थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार को दलित 17 वर्षीय किशोरी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी सुमित श्रीवास्तव पहुंचे। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें लिखा था- 'मेरी मौत के जिम्मेदार प्रेमी और दरोगा हैं। उन्होंने जबरन मेरा गर्भपात कराया। अब मैं जी नहीं सकता हूं।'
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। सीओ ने बताया कि लड़की ने रविवार को सुसाइड किया था। विवेचना जारी है। आरोपी दरोगा के खिलाफ विभागीय जांच हो रही है। पुलिस ने बताया, लड़की का अंजनाई तारा गांव निवासी प्रेमचंद राव से प्रेम संबंध था। कुछ महीने पहले युवती की मां ने प्रेमी प्रेमचंद पर अपहरण का आरोप लगाया था।
जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा कर प्रेमचंद को जेल भेजा। युवती को बरामद कर नारी निकेतन भेजा था। हाल ही में दोनों ही बाहर आए थे। एक बार फिर उनका मिलना-जुलना शुरू हो गया था। लेकिन, फिर उनमें विवाद होने लगा।
परिजनों का आरोप है कि जेल से छूटने के बाद प्रेमचंद ने युवती पर दबाव बनाकर शारीरिक संबंध बनाए। उसका गर्भपात कराया। वहीं, मामले की विवेचना कर रहे दरोगा हरे कृष्णा आए दिन पूछताछ के नाम पर युवती को प्रताड़ित करते थे। इसी मानसिक दबाव में आकर युवती ने आत्महत्या कर ली।
CO सदर योगेंद्र कुमार ने बताया- युवती के सुसाइड नोट और परिजनों की शिकायत पर अंजनाई तारा गांव निवासी प्रेमचंद रावत, उसके भाई करमचंद, पिता शत्रुघ्न, मां और बुआ पर केस दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपी प्रेमचंद को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। साथ ही दरोगा हरे कृष्णा पर विभागीय जांच की जाएगी। जो रिपोर्ट आएगी, उस पर कार्रवाई करेंगे।