ऑपरेशन सिंदूर में भी सैटेलाइट की रही भूमिका; IIT BHU के दीक्षांत समारोह में ISRO प्रमुख बोले- 2035 तक भारत का अपना होगा स्पेस स्टेशन

ऑपरेशन सिंदूर में भी सैटेलाइट की रही भूमिका; IIT BHU के दीक्षांत समारोह में ISRO प्रमुख बोले- 2035 तक भारत का अपना होगा स्पेस स्टेशन

वाराणसी (रणभेरी): आईआईटी (बीएचयू) के 12वें दीक्षांत समारोह में इसरो के प्रमुख डॉ. वी. नारायणन ने कहा कि भारत का स्पेस सेक्टर अब देश की रक्षा और विकास, दोनों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर तक’ में भी इसरो के सैटेलाइट्स ने अहम भूमिका निभाई, जिससे भारत की तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन हुआ।

डॉ. नारायणन ने कहा कि “विकसित भारत @2047” के लक्ष्य को हासिल करने में स्पेस सेक्टर की भूमिका बहुत बड़ी होगी। उन्होंने छात्रों और शोधकर्ताओं से आह्वान किया कि सभी अकादमिक संस्थान, रिसर्च सेंटर और स्टार्टअप मिलकर स्पेस प्रोग्राम को नई ऊंचाई दें।

इसरो चीफ ने कहा कि भारत का स्पेस प्रोग्राम बेहद सरल शुरुआत से निकला है- “हमारा सफर 50 साल पहले साइकिल पर रॉकेट ले जाने से शुरू हुआ था, और आज हम चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले पहले देश बन चुके हैं।”

उन्होंने बताया कि भारत अब जी20 देशों के लिए सैटेलाइट लॉन्च करने जा रहा है। आज भारत को किसी विदेशी स्पेस एजेंसी की जरूरत नहीं है, क्योंकि चंद्रयान-3 पूरी तरह से स्वदेशी मिशन था।

डॉ. नारायणन ने बताया कि अब तक देश में 133 से अधिक सैटेलाइट बनाए जा चुके हैं और 34 स्थानों पर लॉन्चिंग सेंटर विकसित किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम के अंत में उन्होंने छात्रों से कहा कि भारत का भविष्य विज्ञान, तकनीक और नवाचार में छिपा है — “अगर युवा मिलकर आगे बढ़ें, तो भारत का अंतरिक्ष भविष्य दुनिया को दिशा देगा।”