मुलायम सिंह की प्रतिमा को लेकर राजू दास की 'अपमानजनक टिप्पणी', भड़के सपा कार्यकर्ता, महंत राजू दास का पुतला फूंका
लखनऊ (रणभेरी): प्रयागराज महाकुंभ में लगी सप्त संस्थापक मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा को लेकर अब एक नया बवाल खड़ा हो गया है। 19 जनवरी को सपा प्रमुख और मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव ने X पर लिखा- अगर आप कुंभ मेले में जा रहे हैं तो इस देश के PDA के भगवान के दर्शन जरूर करें। वहीं जौनपुर की मछलीशहर सीट से सपा सांसद प्रिया सरोज ने कहा- इतनी घटिया भाषा का इस्तेमाल करने वाला राजू दास आखिर बाबा कैसे हो सकता है। ये अभी तक जेल क्यों नहीं गया।
मऊ से सपा सांसद राजीव राय ने कहा-गेरुआ रंग, बाल-दाढ़ी से कोई संत नहीं होता है। घटिया वाणी वाले ऐसे नीच धर्म और आचरण के नाम पर कलंक है। लखनऊ, वाराणसी, बहराइच समेत कई जिलों में सपा नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। राजू दास के खिलाफ नारेबाजी की। गोरखपुर में पुतला फूंका गया।

अयोध्या में सपा के जिलाध्यक्ष महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रीवास्तव ने राजू दास के खिलाफ एप्लिकेशन दी। उन्होंने कहा- एफआईआर दर्ज करके उनको तुरंत गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर एफआईआर नहीं हुई तो सपा सीधी लड़ाई के लिए मजबूर होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा का अनावरण 11 जनवरी को नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने किया था। स्मृति सेवा संस्थान के शिविर में दाखिल होते ही यज्ञशाला नुमा खुली झोपड़ी में मुलायम की यह मूर्ति लगाई गई है। करीब 3 फीट ऊंची इस मूर्ति को कांसे से बनाया गया है। इस पर फूल-माला चढ़ाकर पार्टी के कार्यकर्ता मुलायम सिंह को नमन कर रहे हैं। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि मुलायम सिंह यादव उनके लिए भगवान की तरह हैं।
महाकुंभ में मुलायम की मूर्ति लगवाने पर भाजपा नेताओं से लेकर साधु-संतों ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा था कि राम भक्तों की आस्था के मेले में राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वालों पर गोलियां चलवाने वाले की मूर्ति लगाना पूरी तरह से गलत है।
संत महात्माओं का कहना है था कि जिस जगह देवी-देवताओं की मूर्ति लगती हैं, मूर्तियों की पूजा की जाती है। वहां किसी राजनेता की मूर्ति लगाया जाना पूरी तरह से उनका अपमान है। इसका विरोध करेंगे।











