फोटोग्राफी प्रदर्शनी : क्रिएटिविटी और तकनीक का संगम

फोटोग्राफी प्रदर्शनी : क्रिएटिविटी और तकनीक का संगम

वाराणसी (रणभेरी सं.)। दृश्य कला संकाय के एप्लाइड आर्ट्स विभाग द्वारा आयोजित तीसरे वर्ष के छात्रों की वार्षिक फोटोग्राफी प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता, तकनीकी दक्षता और दृष्टिकोण से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर छात्रों ने विशेष रूप से प्रोडक्ट फोटोग्राफी की बारीकियों को पेश किया, जो न केवल उनके कौशल का प्रमाण था बल्कि विज्ञापन की दुनिया में फोटोग्राफी के महत्व को भी उजागर करता है।

 इस प्रदर्शन का निरीक्षण कर रहे एग्जामिनर और प्रख्यात फैशन फोटोग्राफर अवनीश कुमार ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आज के युवा अपनी कल्पनाशक्ति और तकनीकी समझ के साथ फोटोग्राफी को एक नए स्तर पर ले जा रहे हैं। विभागाध्यक्ष प्रो. मनीष अरोड़ा ने प्रदर्शनी को छात्रों के लिए कक्षा से बाहर निकलकर अपने विचारों को अभिव्यक्त करने का एक मंच बताया। उन्होंने कहा कि यह अवसर छात्रों को उनके रचनात्मक दृष्टिकोण को दुनिया के समक्ष रखने का आत्मविश्वास देता है। 
  प्रदर्शनी में 43 से अधिक क्यूरेटेड फोटोग्राफिक प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए गए, जिनमें प्रोडक्ट फोटोग्राफी के विविध मूड, लाइटिंग, टेक्सचर और रंग संयोजन के अद्भुत उदाहरण देखने को मिले। हर छात्र का काम उसकी व्यक्तिगत सोच और फोटोग्राफिक तकनीक की समझ को दशार्ता है। प्रदर्शनी में वैचारिक छवियों, वृत्तचित्र शैली की कहानी कहने और प्रयोगात्मक दृष्टिगत प्रस्तुतियों की समृद्ध विविधता शामिल रही।

 इस आयोजन में सहायक प्रोफेसर डॉ. आशीष कुमार गुप्ता, मिस सृष्टि प्रजापति, ज्ञानेंद्र कुमार कन्नौजिया और फोटोग्राफी के सहायक प्रोफेसर कृष्णा सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिन्होंने छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया और इस प्रदर्शनी को एक पेशेवर स्तर पर पहुँचाया। यह फोटोग्राफी प्रदर्शनी छात्रों की शैक्षणिक यात्रा का एक मील का पत्थर साबित हुई, जिसने उन्हें न केवल तकनीकी रूप से सक्षम बनाया बल्कि दृश्य अभिव्यक्ति में भी स्वतंत्र सोच को प्रेरित किया।