लखनऊ में इंजीनियर की हत्या, लिव-इन पार्टनर और दो बेटियों पर आरोप
10 घंटे तक शव के पास बैठी रही आरोपी महिला, सुबह खुद पुलिस को दी सूचना
(रणभेरी): राजधानी लखनऊ में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक इंजीनियर की उसके लिव-इन पार्टनर और उसकी दो बेटियों ने मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद महिला करीब 10 घंटे तक अपनी दोनों बेटियों के साथ शव के पास ही बैठी रही और सुबह खुद पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
मृतक की पहचान देवरिया निवासी सूर्य प्रताप सिंह (33) के रूप में हुई है। वह एवररेडी कंपनी में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के पद पर कार्यरत था। वह लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र के सालारगंज गांव में 46 वर्षीय रत्ना देवी और उसकी दोनों बेटियों के साथ किराए के कमरे में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था।
रात 11 बजे झगड़ा, गला रेतकर हत्या
पुलिस जांच में सामने आया है कि रविवार रात करीब 11 बजे किसी बात को लेकर सूर्य प्रताप और रत्ना के बीच विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया कि रत्ना देवी ने अपनी दोनों बेटियों जानवी सिंह (18) और अनुष्का (14) के साथ मिलकर सूर्य प्रताप को पटक दिया और चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद तीनों आरोपी शव को उसी कमरे में छोड़कर दूसरे कमरे में सोते रहे। सोमवार सुबह करीब 9 बजे खुद रत्ना ने पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल कर हत्या की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने स्थानीय प्रधान को मौके पर भेजा, जहां मामला सही पाया गया।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर
सुबह करीब सवा 10 बजे बीबीडी थाने की पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। घटनास्थल से जरूरी साक्ष्य संकलित किए गए। डीसीपी भी मौके पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
पड़ोसियों ने बताई रोज की लड़ाई
पड़ोसियों के अनुसार, सूर्य प्रताप और रत्ना के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे, जिसकी आवाज बाहर तक सुनाई देती थी। रविवार रात भी लड़ाई की आवाज आई थी, लेकिन रोज-रोज के झगड़े के चलते किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। सुबह पुलिस पहुंची तब लोगों को हत्या की जानकारी हुई।
ट्यूशन के दौरान शुरू हुआ रिश्ता
मृतक के पिता नरेंद्र सिंह ने बताया कि सूर्य पहले जानकीपुरम में परिवार के साथ रहता था। वहीं रत्ना भी रहती थी। वह उसकी दोनों बेटियों को ट्यूशन पढ़ाता था। इसी दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और प्रेम संबंध बन गया।
नरेंद्र सिंह के अनुसार, रत्ना का पति शराब का आदी था और करीब 6 साल पहले उसकी मौत हो चुकी थी। रत्ना ने मदद के नाम पर बेटे को अपने पास बुलाया और करीब 2 साल से तीनों सूर्य के साथ रह रहे थे। परिवार ने रिश्ते का विरोध किया था, लेकिन सूर्य नहीं माना।
बेटे के पैसे से करती थीं ऐश
पिता ने आरोप लगाया कि रत्ना और उसकी दोनों बेटियां सूर्य के पैसे से ऐश करती थीं। घटना से एक दिन पहले रविवार को भी बेटे ने उन्हें बाइक की मरम्मत के लिए पैसे भेजे थे। सबकुछ सामान्य था, लेकिन अगले दिन बेटे की हत्या की खबर आ गई।
तीनों आरोपी हिरासत में
सूर्य के पिता नरेंद्र सिंह ने रत्ना और उसकी दोनों बेटियों पर हत्या का सीधा आरोप लगाया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।











