वाराणसी में कूलर ऑन करते समय शॉर्ट सर्किट से लगी आग, दिव्यांग नवविवाहिता की मौत

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के मिर्जामुराद करधना गांव स्थित प्रतापपुर बस्ती में सोमवार शाम कूलर ऑन करते समय शार्ट सर्किट से आग लग गई। जिससे 22 साल की दिव्यांग नवविवाहिता की जलकर मौत हो गई। जब तक परिजनों ने बचाने का प्रयास किया, तब तक वह पूरी तरह जल गई। लपटें इतनी तेज थी कि लोग बचाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही भोली देवी के शव की अंत्येष्टि कर दी।
युवती की शादी कुछ महीने पहले ही हुई थी और वह एक समारोह में शामिल होने अपने मायके आई थी। करधना निवासी राजेंद्र प्रसाद की दिव्यांग बेटी भोली देवी की शादी चंगवार (बेनीपुर) गांव के राजेश पटेल के साथ हुई दिसंबर में थी। सोमवार शाम को कार्यक्रम के दौरान वह मेहमानों के लिए कूलर ऑन कर रही थी। जैसे ही भोली ने स्विच ऑन किया तभी अचानक से शार्ट सर्किट हुआ और आग लग गई। दिव्यांग होने के कारण भोली भाग नहीं सकी और आग ने उसको अपनी चपेट में ले लिया। कमरे में मौजूद मेहमान शोर मचाकर बिजली सप्लाई बंद करने भागे। लेकिन तब तक भूली पूरी तरह से आग की चपेट में आ गई। वह इधर-उधर आग से बचने के लिए भागी। जब तक कुछ लोगों ने बिजली सप्लाई बंद की तब तक भोली काफी हद तक जल चुकी थी। इसके बाद सभी उसे लेकर अस्पताल भागे लेकिन अधिक जल जाने के कारण रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
भोली के इधर-उधर भागने और बचने के प्रयास में कमरे में रखा काफी सामान भी जल कर राख हो गया। लेकिन करंट उतर जाने के डर से कोई उसे बचा नहीं पाया। बाद में ससुराल और मायके वालों की मौजूदगी में भोली देवी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पिता राजेंद्र प्रसाद ने बताया की भोली सोमवार को मेहमानों के लिए कूलर ऑन करने गई थी। लेकिन नई वायरिंग होने के कारण पता नहीं कैसे शार्ट सर्किट हुई और अचानक से आग लग गई। मेरा नया घर बना तो बेटी दौड़-दौड़कर सभी काम कर रही थी। वह बहुत खुश थी। लेकिन शॉर्ट सर्किट से निकली चिनगारी ने उसकी जान ले ली।
पति राजेश पटेल ने बताया कि मैं भी कार्यक्रम में आज शामिल होने आना था। कार्यक्रम के बाद ही हम भोली को विदा कराकर ले जाने वाले थे। शादी के चार-पांच महीनों में ही उसने हमलोगों की बहुत सेवा की। कभी यह नहीं लगा की वह दिव्यांग थी और कोई काम नहीं कर सकती थी।