सीएम ने किया सीनियर सिटीजन डे केयर सेंटर का लोकार्पण

गोरखपुर । सीएम, सोमवार को गोरखपुर क्लब के सामने नगर निगम की ओर से बनाए गए नगरीय सेवा केंद्र और सीनियर सिटीजन डे केयर सेंटर का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, शहर में कूड़े का ढेर नहीं दिखना चाहिए। सड़कों पर निराश्रित पशु नहीं दिखने चाहिए। रविकिशन तैयार हैं कि उनके घर के नीचे जगह है सभी कुत्तों को वहां रख दिया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र की पहली शर्त है संवाद के साथ ईज आॅफ डूइंग बिजनेस और ईज आॅफ लिविंग की। जनता की सुविधाओं को हम कितना सरल कर सकें। उनकी सुनवाई हो सके। थोड़ा सा प्रयास हम करेंगे तो जनसुनवाई से इसे और बेहतर किया जा सकता है।
सीएम, सोमवार को गोरखपुर क्लब के सामने नगर निगम की ओर से बनाए गए नगरीय सेवा केंद्र और सीनियर सिटीजन डे केयर सेंटर का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नगरीय सेवा केंद्र में नगर निगम की सभी सेवाएं मिलेंगी। 16 वार्ड के नागरिकों को नगर निगम जाने की जरूरत नहीं होगी।
छोटी छोटी बातों को लेकर एक आम नागरिक को भटकना पड़ता है। गलत टैक्स आ गया उसको सुधारने, प्रमाण पत्र, इन सभी समस्याओं का यहां से समाधान हो पाएगा। लोकतंत्र में आम जनमानस को एक सामान्य नागरिक नहीं कहा गया है। आम नागरिक लोकतंत्र में जनता जनार्दन के रूप में संबोधित किया जाता है।
जनता जनार्दन की भावना को अंगीकार करना पड़ेगा। सीनियर सिटीजन डे केयर सेंटर में बुजुर्ग नागरिकों के लिए सुविधा रहेंगी। वे लोग दिनभर यहां बैठ सकते हैं। योग से लेकर लाइब्रेरी का लाभ मिलेगा। खाली समय में किताबों के बीच वो अपना समय व्यतीत कर सकेंगे। आज हमारा गोरखपुर बदल रहा है।
इस बदलाव में आम जनमानस को भी जोड़ना पड़ेगा। आम जनमानस भी उसे जनांदोलन के रूप में लेगी तभी योजना सफल होगी। योजना को सफल करने के लिए आम जनमानस को उसके साथ जोड़ें। पार्षदों के लिए भी व्यवस्था है। बदले हुए परिवेश में जब दुनिया आगे बढ़ रही है।
भारत एक नई ऊंचाई को प्राप्त कर रहा है। भारत दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आज हमारा देश जापान को पीछे छोड़कर चौथे पायदान पर आ गया है। जिस देश ने हम पर 200 साल राज किया उसे पछाड़ कर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है।
हमारा देश समृद्धि को प्राप्त हो, ये हमारा एक संकल्प होना चाहिए। हम भी देश के विकास में अपना योगदान दे सकें, इसी भाव के साथ प्रदेश में पिछले आठ वर्ष में नगरीकरण को विस्तार दिया गया है। पहले गोरखपुर एक नगर पंचायत होगी। आज प्रदेश के बड़े महानगरों में गोरखपुर की गिनती आती है।
वंदे भारत शुरू करने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री आए थे। वार्डों में उत्सव स्थल बनाए जा रहे है। मांगलिक कार्यक्रमों के लिए कल्याण मंडपम बनाए जा रहे हैं। गोडधोइया नाला से जलनिकासी के साथ ही टूरिज्म का स्पॉट बनेगा। जब हम लोगों को हर तरह की सुविधाएं देते हैं तो वह ही ईज आॅफ लिविंग कहते हैं। आप स्वच्छता के कार्यक्रम चलाएं और पब्लिक सड़क पर कचरा फेंके, ये सही नहीं है। हर जगह स्वच्छता समिति बनाएं। वेंडिग जोन बनाएं, किसी की आजीविका प्रभावित न हो और सड़क पर जाम भी न लगे। स्ट्रीट लाइट रात में जले, लेकिन दिन में बंद रहे। कूड़े का ढेर नहीं दिखना चाहिए। सड़कों पर निराश्रित पशु नहीं दिखने चाहिए।
दोनों परियोजनाओं का किया भ्रमण
सीएम ने फीता काटने के बाद नगरीय सेवा केंद्र और सीनियर सिटीजन डे केयर सेंटर का भ्रमण भी किया। नगरीय सेवा केंद्र में लोगों को घर के नजदीक नगर निगम की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। सीनियर सिटीजन डे केयर सेंटर में वरिष्ठ नागरिक मनोरंजन कर सकेंगे।