वाराणसी के सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में सात महीने बाद हुआ बाबा का जलाभिषेक, विश्व हिन्दू परिषद ने की पूजा-अर्चना, सावन के सोमवार से रोजाना होंगे दर्शन

वाराणसी के सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में  सात महीने बाद हुआ बाबा का जलाभिषेक, विश्व हिन्दू परिषद ने की पूजा-अर्चना, सावन के सोमवार से रोजाना होंगे दर्शन

वाराणसी (रणभेरी):  वाराणसी के मदनपुरा स्थित प्राचीन शिव मंदिर सिद्धिश्वर महादेव मंदिर में शुक्रवार को पूजन- अर्चन किया गया। विश्व हिन्दू परिषद के काशी प्रांत महानगर अध्यक्ष राजेश मिश्रा के नेतृत्व में सुबह पहुंचे कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने बाबा का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना किया। साथ ही फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। इस दौरान मंदिर में हर- हर महादेव का उद्घोष होता रहा।  बता दें कि विश्व हिन्दू परिषर ने गुरुवार को ताला खोलकर गर्भगृह की सफाई की थी।

इस मंदिर का ताला साल 2009 के बाद प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में 8 जनवरी 2025 को खोला गया था। तब से इसकी चाबी विश्व हिन्दू परिषद के पास थी। विश्व हिन्दू परिषद के काशी प्रांत महानगर अध्यक्ष राजेश मिश्रा ने बताया - यह सौभाग्य है काशी वासियों, काशी और धर्मावलंबियों के लिए। साफ़ सफाई कल भी हुई थी और 6 महीने पहले भी हुई थी। निरंतर व्यवस्था सुदृढ की जा रही थी। सावन के पवित्र महीने में साफ-सफाई के बाद जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक किया गया है। इसके अलावा मला पुष्प अर्पित कर भभूत लगाईं गई है। सोमवार को दैनिक रूप से यहां आएंगे। इसके साथ ही हम लोग इसके सुंदरी करण और जीर्णोद्वार के लिए भी प्रयासरत हैं।

विश्व हिंदू परिषद् के काशी प्रांत महानगर अध्यक्ष राजेश मिश्रा ने कहा - बाबा भोलेनाथ का अतिप्रिय माह सावन चल रहा है। ऐसे में हम लोगों ने सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का गुरुवार को ताला खोला है और अब इसमें नियमित पूजा पाठ और श्रृंगार होगा। 7 महीने बाद इसकी फिर से साफ-सफाई की गई है। अब यहां शुक्रवार से पूजा-पाठ शुरू होगा। उस समय इसमें दो खंडित शिवलिंग मिला था और मूल शिवलिंग गायब था। उस दिन जलाभिषेक और पूजा अर्चना के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे। जिला प्रशासन ने मंदिर की चाबी विश्व हिंदू परिषद् को सौंपी थी। ऐसे में गुरुवार की दोपहर मौके पर विश्व हिंदू परिषद् के काशी प्रनत के महानगर अध्यक्ष राजेश मिश्रा के नतृत्व में कार्यकर्ता सिद्धेश्वर महादेव के मंदिर पहुंचे। यहां ताला खोलकर मंदिर गर्भगृह की सफाई की और हर हर महादेव का जयघोष किया। आज से यहां पूजा शुरू होगी।