लखनऊ में 69 हजार शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, मंत्री आवास का किया घेराव, दी आत्मदाह की चेतावनी

लखनऊ में 69 हजार शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, मंत्री आवास का किया घेराव, दी आत्मदाह की चेतावनी

(रणभेरी): राजधानी लखनऊ में शनिवार को 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को ईको गार्डन भेज दिया।

यह प्रदर्शन आरक्षण में कथित भेदभाव को लेकर किया गया। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी कई महीनों से न्याय की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने 13 अगस्त 2024 को उनके पक्ष में फैसला सुनाया था, लेकिन सरकार ने अब तक उसे लागू नहीं किया।

अभ्यर्थियों ने दी सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे धनंजय गुप्ता ने कहा कि “हमारी बात सरकार तक नहीं पहुंचाई जा रही। सुप्रीम कोर्ट में 28 अक्तूबर को सुनवाई है। सरकार सेकंड पार्टी है, उसे हमारे पक्ष को मजबूती से रखना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो हम सब सामूहिक आत्मदाह के लिए मजबूर होंगे।”

अभ्यर्थियों रवि पटेल, अमित मौर्य और अमरेंद्र पटेल ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2018 में शुरू हुई थी, लेकिन परिणाम आने के बाद आरक्षित वर्ग के साथ अन्याय हुआ। उन्होंने कहा कि 22 से अधिक सुनवाई की तारीखें बीत चुकी हैं, परंतु न्याय नहीं मिल सका।

पुलिस ने अभ्यर्थियों को रोका

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रशासन उनके आंदोलन को रोकने की कोशिश कर रहा है। अभ्यर्थी उमाकांत मौर्य ने बताया कि अंबेडकर नगर से आ रहे कई अभ्यर्थियों को पुलिस ने रात में ही रास्तों में रोक लिया, जिससे लखनऊ में भीड़ कम रही। पुलिस द्वारा फोन कर जानकारी लेने से कई अभ्यर्थी डर के कारण नहीं पहुंच सके। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे और सरकार से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।