कानपुर: लॉ स्टूडेंट पर जानलेवा हमला करने वाला आरोपी कचहरी से गिरफ्तार, वकीलों ने पुलिस को दौड़ाया
(रणभेरी): कानपुर में लॉ स्टूडेंट पर चापड़ से जानलेवा हमला करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी और डिबार (बहिष्कृत) अधिवक्ता प्रिंस राज श्रीवास्तव को कचहरी से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान कचहरी परिसर में हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ। वकीलों ने आरोपी को छुड़ाने की कोशिश की, इस दौरान पुलिस और वकीलों में जमकर धक्का-मुक्की हुई। एक वकील ने दरोगा को थप्पड़ भी जड़ दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस किसी तरह आरोपी को वैन में बैठाकर वहां से निकल गई।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस बुधवार को प्रिंस राज को अरेस्ट करने पहुंची थी। जैसे ही उसे वैन में बैठाया गया, वकील आक्रोश में आ गए और पुलिस को घेर लिया। कुछ देर तक गाली-गलौज और धक्का-मुक्की का दौर चला। पुलिस टीम अपनी सुरक्षा में आरोपी को लेकर मौके से निकलने में सफल रही।
लॉ स्टूडेंट ICU में भर्ती, हालत गंभीर
घटना 25 अक्टूबर की है। रावतपुर के केशवपुरम निवासी 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट अभिजीत सिंह पर चापड़ से हमला किया गया था। हमले में उसकी दो उंगलियां कट गईं, सिर पर गंभीर चोट आई और पेट में गहरे घाव से आंतें तक बाहर आ गईं। अभिजीत का सर्वोदय नगर स्थित निजी अस्पताल के ICU में इलाज जारी है और हालत गंभीर बनी हुई है।
अदालत में पेशी से पहले सुरक्षा बढ़ाई गई
आरोपी प्रिंस राज को आज भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया जाएगा और फिर जेल भेजा जाएगा। कचहरी परिसर में किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। डीसीपी वेस्ट दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद चढ़ा पुलिस के रडार पर
गौरतलब है कि प्रिंस राज श्रीवास्तव ने मंगलवार को अपने साथी अधिवक्ता के चैंबर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुद को निर्दोष बताया था। इसके बाद पुलिस ने उसे कचहरी से ही गिरफ्तार कर लिया। मामले में अब तक मेडिकल स्टोर संचालक अमर सिंह, विजय सिंह और निखिल तिवारी समेत तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। प्रिंस राज चौथा नामजद आरोपी है।
आरोपी ने खुद को बताया बेकसूर
प्रिंस का कहना है कि हमले के वक्त वह मौके पर नहीं था और मारपीट के बाद मेडिकल स्टोर संचालक के कहने पर केवल तहरीर लिखने गया था। उसने आरोप लगाया कि हिस्ट्रीशीटर सौरभ ठाकुर से उसकी रंजिश के कारण उसका नाम गलत तरीके से डाला गया है।











