कौशांबी में मिट्‌टी का टीला ढहने से पांच लोगों की मौत, लोगों ने हाथ-फावड़े से मिट्‌टी हटाकर निकाला

कौशांबी में मिट्‌टी का टीला ढहने से पांच लोगों की मौत, लोगों ने हाथ-फावड़े से मिट्‌टी हटाकर निकाला

(रणभेरी): यूपी के कौशांबी में सोमवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। मिट्टी खोदते समय अचानक टीला ढह गया। टीले में दबकर 5 लोगों की मौत हो गई। 4  लोग हादसे में घायल हुए है। सभी को जिला अस्पताल ले जाया गया। इनमें दो बच्चियां हैं। एक पुरुष समेत 4 गंभीर घायल हैं। हादसे की सूचना पर आसपास के लोग भागकर पहुंचे। हाथ से मिट्‌टी हटाकर लोगों को तलाशने लगे। लेकिन मिट्‌टी अधिक होने के कारण किसी का पता नहीं चल रहा था। फिर कुछ लोग फावड़ा लेकर मिट्‌टी हटाने लगे।

अपनों को तलाशने के लिए परिजन और ग्रामीण आधे घंटे तक जुटे रहे, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस टीम जेसीबी लेकर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। थोड़ी देर बाद एक-एककर सभी लोगों को बाहर निकाला गया। 5 लोगों की मौत हो चुकी थी। हादसा कोखराज थाना क्षेत्र में टीकरडीह गांव का है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कौशांबी में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए कहा कि घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। इस हादसे ने एक बार फिर मिट्टी खुदाई के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी का गंभीर मुद्दा उठा दिया है।  प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता का आश्वासन दिया है।

प्रत्यक्षदर्शी हरिओम पांडेय ने बताया- सोमवार सुबह 6 बजे गांव के 9 लोग घर की लिपाई-पुताई के लिए मिट्टी खोदने टीले पर पहुंचे थे। वे दो घंटे तक टीले को खोदते रहे। मिट्टी का टीला पहले से कमजोर था। सुबह 8 बजे अचानक टीले का एक हिस्सा धंस गया। कई टन मिट्‌टी आकर गिर गई। वहां मौजूद सभी दब गए। चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। वहां मिट्‌टी में दबे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की। हालांकि, मिट्‌टी इतनी ज्यादा थी कि वह बाहर नहीं निकाल पाए। 15 मिनट के बाद एक शव निकाला गया। इसके बाद 20 मिनट के अंदर बाकी लोगों को निकाला गया।

हादसे की सूचना पर भरवारी चौकी प्रभारी धीरेंद्र राय मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जेसीबी मंगवाकर रेस्क्यू शुरू किया। एम्बुलेंस आधे घंटे देरी से पहुंची। 2 घंटे बाद तक कोई सीनियर अफसर नहीं पहुंचा। करीब 10 बजे एसडीएम सिराथू अरुण कुमार पहुंचे। इस पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई।

पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान ललिता (35) पत्नी राजेश कुमार, ममता (30) पत्नी अवधेश कुमार, उमा (15) पुत्री मायादीन, कछरई (55) पत्नी छोटे लाल और खुशी (19) पुत्री मूलचंद्र के रूप में हुई है। घायलों में मैना देवी (45) पत्नी राजू, सपना देवी (16) पुत्री भरत लाल, आक्रोश कुमार (35) पुत्र छोटे लाल और लक्ष्मी देवी (35) पत्नी लखन लाल शामिल हैं।

इस हादसे में देवरानी-जेठानी की भी मौत हो गई। दरअसल मृतकों में शामिल ललिता देवी देवरानी और सुनीता देवी उसकी जेठानी हैं। ललिता देवी के पति राजेश सुनीता के पति अवधेश सगे भाई हैं। दोनों के 4-4 बच्चे हैं। दोनों एक ही घर में रहती थीं।

ग्रामीणों ने बताया कि टीला पहले से कमजोर था। दरारें दिखने के बावजूद मिट्टी खोदने का कार्य लगातार चल रहा था। हादसे के बाद अब प्रशासन ने इलाके के अन्य टीलों की जांच कराने और मिट्टी खोदने पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।