घने कोहरे और ठंड की गिरफ्त में काशी, जनजीवन ठप

घने कोहरे और ठंड की गिरफ्त में काशी, जनजीवन ठप

50 मीटर से भी कम विजिबिलिटी, उड़ानें रुकीं, वंदे भारत की भी थमी रफ्तार

वाराणसी (रणभेरी):  काशी सोमवार रात से घने कोहरे की चादर में पूरी तरह लिपटी रही। रात करीब साढ़े नौ बजे के बाद अचानक कोहरे की तीव्रता इतनी बढ़ गई कि शहर के अधिकांश इलाकों में दृश्यता बेहद कम हो गई। हालात ऐसे हो गए कि सड़कों पर चल रहे वाहन रेंगते नजर आए और सामान्य आवाजाही भी बुरी तरह प्रभावित हुई। कई स्थानों पर वाहन चालकों को फॉग लाइट का सहारा लेना पड़ा, फिर भी आगे का रास्ता साफ दिखाई नहीं दे रहा था। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार वाराणसी में दृश्यता 50 मीटर से भी कम रिकॉर्ड की गई, जबकि कुछ समय के लिए एयरपोर्ट क्षेत्र में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई। इस कारण हवाई यातायात पर सीधा असर पड़ा और विमानों की लैंडिंग व टेक-ऑफ में दिक्कतें सामने आईं। एयरपोर्ट प्रशासन ने एहतियात के तौर पर उड़ान संचालन को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। घने कोहरे का असर रेल सेवाओं पर भी साफ दिखाई दिया। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सड़क परिवहन भी प्रभावित हुआ है। हाईवे और शहर की प्रमुख सड़कों पर वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी रही, जिससे जाम जैसी स्थिति बन गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से ठंड के साथ-साथ कोहरे की तीव्रता बढ़ी है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि देर रात और तड़के के समय कोहरा और घना हो सकता है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन प्रभावित

सूर्यास्त के बाद लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दृश्यता में भारी गिरावट दर्ज की गई। बीते एक घंटे तक एयरपोर्ट क्षेत्र में विजिबिलिटी लगभग शून्य बताई गई, जिससे विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ में गंभीर दिक्कतें आईं। पायलटों को इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम के सहारे संचालन करना पड़ा। एयरपोर्ट प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए उड़ान संचालन पर सतर्कता बढ़ा दी है। अधिकारियों के अनुसार मौसम में सुधार के बाद ही उड़ानों के सामान्य होने की उम्मीद है।

रेल सेवाओं पर भी पड़ा असर

घने कोहरे का असर रेल यातायात पर भी साफ दिखाई दिया। नई दिल्ली से वाराणसी आने वाली सेमी हाईस्पीड ट्रेन संख्या 22416 वंदे भारत एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से काफी विलंब से चल रही है। यह ट्रेन रात 11:05 बजे वाराणसी पहुंचने वाली थी, लेकिन अब इसके मंगलवार सुबह करीब 7 बजे पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा अन्य ट्रेनों के भी देरी से चलने की आशंका है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पश्चिमी विक्षोभ से बिगड़ा मौसम

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में सक्रिय यह विक्षोभ उत्तर प्रदेश सहित उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों को भी प्रभावित कर रहा है। इसके प्रभाव से ठंड में बढ़ोतरी के साथ-साथ कोहरे की तीव्रता भी बढ़ गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि देर रात और तड़के के समय स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रशासन ने वाहन चालकों से अपील की है कि अत्यंत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें, फॉग लाइट और संकेतकों का प्रयोग करें तथा गति नियंत्रित रखें। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे तक घने कोहरे से राहत मिलने की संभावना कम है।

मुंबई का विमान किया गया कोलकाता डायवर्ट

लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सोमवार देर शाम मुम्बई से पहुंचे अकासा एयर के विमान को एटीसी ने कोहरे की वजह से लैंडिंग की अनुमति नहीं दी। इस पर विमान कोलकाता के लिए डायवर्ट कर दिया गया। विमान अपने निर्धारित समय शाम 7:20 बजे 176 यात्रियों को लेकर वाराणसी हवाई क्षेत्र में पहुंचा। लगभग 35 मिनट तक चक्कर लगाने के बाद भी दृश्यता सामान्य न होने पर एटीसी ने विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी गई। चालक दल ने तत्काल कोलकाता एटीसी से संपर्क किया। इधर मुंबई जाने वाले यात्रियों को शहर में स्थित होटल में रात्रि विश्राम और टिकट के रिफंड का विकल्प भी दिया गया।

दूसरे दिन आई वंदे भारत, कई ट्रेनें घंटों विलंबित

रविवार रात नई दिल्ली से कैंट आने वाली वंदेभारत आठ घंटे लेट सोमवार सुबह 7.10 बजे आई। इसे 6 घंटे रीशेड्यूल कर दोपहर 12,30 बजे रवाना किया गया। सोमवार शाम नई दिल्ली से चलने वाली वंदेभारत 6 घंटे रीशेड्यूल की गई थी। दोपहर में नई दिल्ली से आने वाली वंदेभारत 2.15 मिनट लेट आई। इसे 2 घंटे रीशेड्यूल करके शाम 6 बजे चलाया गया। इसके अलावा विशाखापत्तनम-बनारस फेयर स्पेशल 5 घंटे, नई दिल्ली-जयनगर स्वतंत्रता सेनानी 9.30 घंटे, नई दिल्ली-बनारस सुपरफास्ट 5 घंटे, आगरा कैंट-बनारस वंदेभारत 2 घंटे, नई दिल्ली-बनारस शिवगंगा एक्सप्रेस 2.40 घंटे, देहरादून-हावड़ा कुम्भएक्सप्रेस 5 घंटे विलंबित रहीं।