मुलायम-अखिलेश के साथ शिवपाल की तस्‍वीर पर सीएम योगी ने कसा तंज

मुलायम-अखिलेश के साथ शिवपाल की तस्‍वीर पर सीएम योगी ने कसा तंज

(रणभेरी): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी की करहल विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। 
इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी और पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव पर एक के बाद एक कई वार किए। इसके साथ ही उन्‍होंने सपा से विलय के बाद शिवपाल सिंह यादव की स्थिति को लेकर तंज भी कसा। 

सीएम ने कल करहल में जनसभा के बाद इटावा में विजय रथ यात्रा के दौरान मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के साथ शिवपाल की तस्‍वीर की ओर इशारा करते हुए कहा, बेचारा शिवपाल जो प्रदेश का नेता था उसे बैठने के लिए कुर्सी भी नहीं मिली और वह मुंह लटकाए बैठा था। क्या दुर्गति थी उसकी। वह दुर्गति देखते हुए लग रहा था कहां यह प्रदेश भर में घूमता था। नेता जी का प्रमुख सिपाहसलार होता था। कल कुर्सी का हत्था मिला बैठने के लिए। दुर्गति का जीता जागता नमूना बन गए हैं शिवपाल यादव।' 

इसी रथयात्रा के दौरान समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता एक बुल्‍डोजर पर भी सवार दिखे थे। सपा कार्यकर्ता इस बुल्‍डोजर पर सपा का चुनाव निशान साइकिल लेकर चढ़ गए थे। उन्‍होंने इसे भाजपा के बुल्‍डोजर का जवाब बताया था। गुरुवार को लम्‍बे अर्से बाद मुलायम सिंह ने किसी चुनावी जनसभा को सम्‍बोधित किया। वह करहल सीट से सपा उम्‍मीदवार और अपने बेटे पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव के लिए वोट की अपील करने पहुंचे थे। मुलायम के इस कार्यक्रम को लेकर विजय रथ यात्रा में भी सपाइयों का जोश देखने को मिला। 

सीएम योगी ने कहा कि जब इनकी (समाजवादी पार्टी) सरकार बनी थी तब इनकी संवेदनाएं गरीबों, किसानों, युवाओं के प्रति नहीं थी। ये आतंकवादियों के साथ थे। यही कारण है कि सरकार में आते ही इन्होंने सबसे पहले अयोध्या, काशी की मंदिरों, वाराणसी, लखनऊ और रामपुर में आतंकी हमला करने वालों आतंकवादियों का मुकदमा वापस लिया। वहीं, जब भाजपा की सरकार आई तो सबसे पहले हमने किसानों के कर्ज माफी का निर्णय लिया। बुल्डोजर को मरम्मत करने के लिए भेज दिया है। 10 मार्च के बाद फिर से ये चलेगा। जिन लोगों की अभी गर्मी निकल रही है, वो 10 मार्च के बाद समाप्त हो जाएगी। मुझे बताया जा रहा है कि सपा के गुंडे जगह-जगह भाजपा के समर्थकों को धमकी दे रहे हैं। अब ये धमकीबाज बहुत ज्यादा समय तक नहीं चल पाएंगे। चुनाव की प्रक्रिया 10 मार्च को समाप्त हो जाएगी।