Varanasi : जैतपुरा में 35 वर्षीय विवाहिता ने लगाई फांसी, 14 साल की शादी के बाद आत्महत्या से मचा हड़कंप
वाराणसी (रणभेरी): जैतपुरा थाना क्षेत्र के बागेश्वरी देवी इलाके में रविवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां 35 वर्षीय विवाहिता हिमांगी जायसवाल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिस समय यह घटना हुई, उस वक्त घर के निचले तल पर उनकी पैरालाइज्ड सास और छोटी बहन मौजूद थीं। घटना की जानकारी मिलते ही पति आशीष जायसवाल दुकान से घर पहुंचे और पड़ोसियों की मदद से हिमांगी को ई-रिक्शा से कबीरचौरा स्थित अस्पताल लेकर गए, जहां सुबह करीब पौने 11 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर पहुंची जैतपुरा पुलिस ने शव को अस्पताल में ही कब्जे में लेकर मॉर्च्युरी में रखवाया और मायके पक्ष को चित्रकूट के राजाबाजार में फोन से सूचना दी। देर शाम मायके से परिजन वाराणसी पहुंचे, जिनकी मौजूदगी में पंचनामा भरा गया। शव का पोस्टमॉर्टम सोमवार को कराया जाएगा। शादी के 14 साल बाद विवाहिता की आत्महत्या से इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
बच्चों को मंदिर भेजकर दुकान गया था पति
मृतका के पति आशीष जायसवाल ने बताया कि रविवार सुबह उन्होंने अपने दोनों बच्चों—अंश जायसवाल (12) और अबीरा जायसवाल (7) को दादा के साथ मंदिर भेजा था। इसके बाद सुबह करीब 10:30 बजे वह सड़क किनारे स्थित अपनी दुकान पर चले गए। करीब 11:15 बजे छोटी बहन का फोन आया कि हिमांगी कमरे में फंदे से लटकी हुई है।
अस्पताल में किया गया मृत घोषित
आशीष के अनुसार, घर पहुंचने पर हिमांगी तीसरे तल पर अपने कमरे में फांसी के फंदे से झूल रही थीं। उन्हें किसी तरह नीचे उतारकर पड़ोसियों की मदद से अस्पताल ले जाया गया, जहां ईसीजी जांच के बाद डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि की। इसके बाद पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को अपने कब्जे में ले लिया।
परिवार ने नहीं लगाए आरोप
घटना की सूचना पर हिमांगी के पिता चंद्र प्रकाश जायसवाल, मां सरोज जायसवाल, भाई और दो बहनें वाराणसी पहुंचे। मायके पक्ष ने पुलिस को आवेदन देकर ससुराल पक्ष पर किसी भी तरह का आरोप नहीं लगाया। मौके पर पहुंचे एसीपी इशांत सोनी ने बताया कि दोनों पक्ष किसी कानूनी कार्रवाई की मांग नहीं कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।











