अखिलेश यादव के साथ बाबा साहेब की आधी तस्वीर पर भड़की भाजपा, वाराणसी में अंबेडकर चौराहे पर किया प्रदर्शन, कहा-अंबेडकर का अपमान नहीं सहेंगे ...

वाराणसी (रणभेरी): समाजवादी पार्टी ने लोहिया वाहिनी की बैठक के लिए पोस्टर लगाए थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और संविधान रचयिता भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को जोड़कर बनाए गए पोस्टर को लेकर भाजपा ने वाराणसी में अंबेडकर चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी का कहना है कि सपा ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के चित्र से आधा चेहरा काटकर उसमें अखिलेश यादव का आधा चेहरा जोड़कर उनका अपमान किया है। बीजेपी बाबा साहेब का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। वाराणसी महानगर के कार्यकर्ता अंबेडकर चौराहा कचहरी पर जुटे।
महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि के नेतृत्व में धरना का आयोजन किया गया। प्रदर्शन में शहर के सभी पार्षदों, मंडल, बूथ अध्यक्ष, संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारियों को बुलाया गया था। अखिलेश यादव मुर्दाबाद के नारे लगाए। भाजपा कार्यकर्ता हाथों में "दलित विरोधी जिसकी पहचान समाजवादी पार्टी उसका नाम, जिसने दिया देश को संविधान, सपा कर रही उसका अपमान" नारे लिखी तख्तियां हाथ में लिए थे। धरना प्रदर्शन में महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, उपाध्यक्ष मधुकर चित्रांश, जेपी सिंह, साधना वेदांती, डॉक्टर रचना अग्रवाल, संजय राय, अरविंद सिंह, जगदीश त्रिपाठी, बलिराम कन्नौजिया, संजय जायसवाल, विवेक पांडेय समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का एक पोस्टर जो सपा मुख्यालय पर लगा, उससे भाजपा को एक बार फिर सपा को घेरने का मौका मिल गया। दरअसल एक पोस्टर जारी हुआ जिसमें डाक्टर भीमराव अंबेडकर और अखिलेश यादव का आधा आधा चेहरा जोड़कर एक चेहरा बनाया गया।
अखिलेश यादव को अंबेडकर का चेहरा बताने की कोशिश की गई लेकिन दलित समाज को यह पसन्द नहीं आया। बसपा प्रमुख और सूबे की मुखिया रह चुकी मायावती ने भी इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जताई। उधर, पीडीए के मुद्दे पर घिरी भाजपा को अखिलेश यादव के इस पोस्टर ने मौका दे दिया।