कॉलेज में घुसकर छात्रा पर हमला: हाथ-पेट पर वार किए; मेडिकल कॉलेज में भर्ती

अलीगढ़ । बीएससी छात्रा पर कॉलेज में जानलेवा हमला हुआ है। सुबह साढ़े 7 बजे दो बदमाश कॉलेज में घुस गए। क्लासरूम में बैठी छात्रा पर चाकू से हमला कर दिया। उसके पेट और हाथ में चाकू मारे। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए। हमले के बाद छात्रा बेहोश हो गई। होश आने पर उसने खुद ही घरवालों को फोन किया। इसके बाद घरवाले कॉलेज पहुंचे और छात्रा को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। पुलिस के मुताबिक, कॉलेज 8 बजे खुलता है।
7 बजे छात्रा का भाई उसे छोड़कर गया था। छात्रा NCC भी करती है, इसलिए उसके पास NCC रूम की चाबी थी। वह NCC रूम में बैठी थी। तभी आरोपियों ने हमला किया। फिलहाल, फोरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए हैं। छात्रा की पहचान नगला तिकोना निवासी भूरा सिंह की बेटी सपना (20) के रूप में हुई है। सपना टीआर गर्ल्स कॉलेज में बीएससी थर्ड ईयर में पढ़ती है। घटना की जानकारी मिलते ही एबीवीपी के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू हो गया।
घायल छात्रा ने बताया- मैं बुआ के घर पर रहती हूं और यहीं रहकर पढ़ाई करती हूं। गंगापुर में मेरे मम्मी-पापा का घर है। मैं रोज कॉलेज जाती हूं। सुबह मुझे भाई ने स्कूल छोड़ा। मैं क्लासरूम में बैठी हुई थी। उसके बाद क्या हुआ, मुझे कुछ पता नहीं चला। जब होश आया तो मेरे हाथ से खून बह रहा था। तब मैंने घरवालों को कॉल किया। थोड़ी देर में वे पहुंचे और मुझे अस्पताल में भर्ती करवाया। मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। दो लोग मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं।
सपना के भाई हेमंत ने बताया कि उसकी बहन एनसीसी कैडेट है। उसके पास कॉलेज के एनसीसी रूम की चाबी रहती है। सुबह उसके पास किसी का फोन आया था। इसलिए वह कॉलेज जल्दी आई थी। छोटा भाई उसे कॉलेज छोड़कर गया था। इसके कुछ देर बाद छात्रा का फोन आया कि उसे दो लड़कों ने हमला करके घायल कर दिया है।
ऐसे में जब गर्ल्स कॉलेज है तो कॉलेज परिसर में लड़के कैसे आए। कॉलेज प्रबंधन बार-बार अपने बयान बदल रहा है। कॉलेज के सीसीटीवी भी सही से काम नहीं कर रहे हैं। बहन के ऊपर हमलावरों ने न जाने कैसे हमला किया, कि उसे कुछ भी याद नहीं है। वो बहुत डरी हुई है।
तहरीर के आधार पर दर्ज किया जा रहा मुकदमा
सीओ थर्ड सर्वम सिंह ने बताया- सुबह पुलिस को कॉलेज के अंदर छात्रा के घायल होने की सूचना मिली थी। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और छात्रा को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। छात्रा अब खतरे के बाहर है। फील्ड यूनिट और फोरेंसिक की टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्रित किए हैं। परिजनों की तारीख के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। मामले की जांच करके कानूनी कार्रवाई की जाएगी।