कोई बूंद-बूंद को तरस रहा...कहीं व्यर्थ बह रहा पानी

कोई बूंद-बूंद को तरस रहा...कहीं व्यर्थ बह रहा पानी
  • पाइप लाइन हो गया है क्षतिग्रस्त, हजारों लीटर पानी का हो रहा नुकसान
  • भीषण गर्मी में हर तरफ पानी के लिए मचा है त्राहि त्राहि वहीं बर्बाद हो रहा हजारों लीटर पीने का पानी

वाराणसी (रणभेरी): राजातालाब क्षेत्र में एक तरफ गर्मी की भीषण तपिश में आमजन बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहा है, वहीं दूसरी तरफ यहां क्षतिग्रस्त जलापूर्ति पाइप लाइनों से हजारों लीटर पानी प्रतिदिन व्यर्थ बह रहा है। विगत कई दिनों से भिखारीपुर स्थित बीएसएल ऑफिस के सामने हाईवे किनारे पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइन टूटने से लगातार पानी की बर्बादी हो रही है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति कोई नई नहीं है। भिखारीपुर गांव में रेलवे क्रॉसिंग के पास और हाईवे के किनारे ओवरहेड टैंक के आसपास भी पाइप लाइनों से पानी का रिसाव हो रहा है। मंगलवार को भी कई जगहों पर पाइप लाइन फट गई, जिससे पानी की तेज़ धारा सड़कों पर बहती रही। इसी तरह मेहंदीगंज मोड़ स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास भी हाईवे के किनारे पाइप लाइन टूटने से भारी मात्रा में पेयजल बर्बाद हो गया। जानकारी के अनुसार भिखारीपुर में स्थित पानी की टंकी से जुड़ी पाइप लाइनें करीब 25-30 साल पुरानी हैं, जो अब जर्जर हालत में पहुंच चुकी हैं। इनके जगह-जगह लीकेज होने से रोजाना हजारों लीटर पानी बह जाता है। पूरे राजातालाब क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर ऐसी ही लीकेज पाइप लाइनों की स्थिति बनी हुई है। इनसे प्रतिदिन बेशकीमती पेयजल नष्ट हो रहा है।

घरों में नहीं आता प्रेशर, समय पर नहीं होती आपूर्ति

स्थानीय लोगों की शिकायत है कि निर्धारित समय पर जल आपूर्ति न होने और पाइप लाइनों में लीकेज के कारण नलों में पर्याप्त प्रेशर नहीं आता। इसके कारण कचनार, रानी बाजार, परसुपुर, भिखारीपुर और राजातालाब गांवों के लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। कभी दिन में, कभी रात में विभाग द्वारा जल आपूर्ति की जाती है, जिससे अधिकांश लोगों को पानी आने की जानकारी तक नहीं मिलती और वे पानी से वंचित रह जाते हैं।

स्थानीय लोगों की प्रशासन से अपील

क्षेत्रवासियों ने जल निगम और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग से कई बार पाइप लाइन की मरम्मत की मांग की है, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका है। लोगों का कहना है कि गर्मी के मौसम में जब जल संकट चरम पर है, ऐसे में पेयजल की इस तरह की बर्बादी अमानवीय और प्रशासनिक लापरवाही का प्रमाण है।

विभाग की सफाई : मरम्मत का कार्य जारी

इस संबंध में ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के सहायक अभियंता अभिमन्यु सिंह ने कहा, “हमें जैसे ही जानकारी मिली, कर्मचारियों को भेजकर पाइप लाइन की मरम्मत शुरू करवा दी गई है। गर्मी में जल खपत बढ़ जाती है, जिससे किल्लत होती है। लोगों से अपील है कि वे पानी का इस्तेमाल जरूरी कामों के लिए ही करें, यह अमूल्य है।