संसद की लाइब्रेरी में NDA की बैठक: पीएम मोदी बोले- फालतू पेपरवर्क खत्म होगा, नागरिकों को दरवाज़े पर मिलेगी सेवा

संसद की लाइब्रेरी में NDA की बैठक: पीएम मोदी बोले- फालतू पेपरवर्क खत्म होगा, नागरिकों को दरवाज़े पर मिलेगी सेवा

(रणभेरी): संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में मंगलवार को नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की संसदीय दल की बैठक आयोजित हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में मौजूद रहे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सरकार अब फालतू पेपरवर्क और 30-40 पेज के फॉर्म की संस्कृति को हमेशा के लिए खत्म करना चाहती है।

पीएम ने कहा कि अब समय है कि “सेवाओं को नागरिकों के दरवाजे तक पहुँचाया जाए।” बार-बार डेटा जमा करने की मजबूरी खत्म करने और प्रक्रियाओं को सरल बनाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा-“कानून आम लोगों के लिए परेशानी नहीं बनना चाहिए। नियम-कायदे जिंदगी को आसान बनाने के लिए होते हैं, न कि बोझ बढ़ाने के लिए।” मोदी ने कहा कि सरकार सिर्फ अर्थव्यवस्था ही नहीं, बल्कि समाज के हर क्षेत्र में व्यापक सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि बीते दस वर्षों में सेल्फ-सर्टिफिकेशन व्यवस्था ने बिना किसी दुरुपयोग के नागरिकों के प्रति विश्वास का मजबूत मॉडल पेश किया है।

बिहार में NDA की जीत पर पीएम का सम्मान

बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जीत का जश्न भी दिखाई दिया। प्रधानमंत्री को माला पहनाकर सम्मानित किया गया। उन्होंने 10वीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा-“नीतीश कुमार बिहार विजय के शिल्पकार हैं।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, अश्विनी वैष्णव, जेडीयू सांसद संजय झा, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सहित कई वरिष्ठ नेता बैठक में मौजूद रहे।

पीएम मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें

  • सरकार ने नागरिकों पर भरोसा करते हुए सेल्फ-सर्टिफिकेशन लागू किया और यह मॉडल 10 साल में सफल साबित हुआ।
  • ‘ईज ऑफ लाइफ’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस’—दोनों को सर्वोच्च प्राथमिकता।
  • देश अब ‘रिफॉर्म एक्सप्रेस फेज़’ में, जहां सुधार तेजी और स्पष्ट मंशा के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
  • सुधार पूरी तरह नागरिक-केंद्रित, लक्ष्य—लोगों की रोजमर्रा की दिक्कतें दूर करना और उनकी क्षमता का विस्तार।

11 दिसंबर को NDA सांसदों के लिए रात्रिभोज

पीएम मोदी 11 दिसंबर को NDA के सभी सांसदों के लिए विशेष डिनर आयोजित करेंगे। इसका उद्देश्य सहयोगी दलों के बीच तालमेल मजबूत करना और संसद सत्र के दौरान संयुक्त रणनीति तय करना है। उम्मीद है कि इस बैठक में सरकार के विधायी एजेंडे, सत्र की प्राथमिकताओं और पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु व असम में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी पर भी चर्चा होगी।