गर्लफ्रेंड से झगड़ाकर छात्र ने इंस्टाग्राम पर लगाया सुसाइड का स्टेटस, लखनऊ पुलिस ने मेटा AI अलर्ट पर बचाई जान

गर्लफ्रेंड से झगड़ाकर  छात्र ने इंस्टाग्राम पर लगाया सुसाइड का स्टेटस, लखनऊ पुलिस ने  मेटा AI अलर्ट पर बचाई जान

वाराणसी (रणभेरी): सोशल मीडिया पर आत्महत्या की बात लिखने वाले एक छात्र की जान पुलिस ने समय रहते बचा ली। मेटा AI की ओर से भेजे गए अलर्ट पर लखनऊ पुलिस ने महज़ सात मिनट में मौके पर पहुंचकर छात्र को आत्महत्या करने से रोका। घटना गुरुवार सुबह करीब 6:30 बजे की है। मामला नगराम थाना क्षेत्र के कपेरा मदारपुर गांव का है।

नगराम निवासी हर्षित वर्मा, पुत्र इंद्रजीत वर्मा, बीए प्रथम वर्ष का छात्र है। बुधवार रात गर्लफ्रेंड से विवाद होने के बाद उसने गुरुवार सुबह इंस्टाग्राम पर सुसाइड की स्टोरी अपडेट की। स्टोरी में जहर की शीशी की तस्वीर लगाकर लिखा— “आज इसको पीकर सबको खुश कर दूंगा।” साथ ही टूटे दिल और रोने वाली इमोजी भी जोड़ी। स्टोरी के बैकग्राउंड में दर्दभरा डायलॉग चल रहा था— “वो लड़का ऐसे ही नहीं बिगड़ा, उसके सारे शौक ऐसे ही नहीं खत्म हुए...”

मेटा AI ने भेजा पुलिस को अलर्ट

छात्र की पोस्ट देखते ही मेटा AI सिस्टम ने आत्महत्या से जुड़ी सामग्री पहचानकर कंपनी मुख्यालय को अलर्ट भेजा। वहां से सूचना लखनऊ पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंची। तत्पश्चात नगराम थाना पुलिस को अलर्ट किया गया। थानाध्यक्ष विवेक कुमार चौधरी, उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार पाल और सैयद हाशिम अली तुरंत टीम के साथ छात्र के घर पहुंचे।

कमरे में उदास बैठा मिला छात्र

पुलिस टीम को घर के बाहर छात्र के पिता मिले। पिता के कहने पर जब हर्षित कमरे से बाहर आया तो वह बेहद उदास था। पूछताछ में उसने बताया कि गर्लफ्रेंड से झगड़े के कारण वह मानसिक रूप से परेशान था। पुलिस अधिकारियों ने उसे समझाया और काउंसिलिंग की। हर्षित ने दोबारा ऐसा कदम न उठाने का आश्वासन दिया।

थानाध्यक्ष विवेक कुमार चौधरी ने बताया कि छात्र और उसके परिवार दोनों की काउंसिलिंग की गई। परिवार को सलाह दी गई कि वे बेटे से शांत और सहयोगपूर्ण ढंग से बातचीत करें।

पुलिस की तत्परता से बची जान

छात्र के पिता इंद्रजीत वर्मा ने कहा कि नगराम पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण बेटे की जान बच सकी। उन्होंने पुलिस का आभार जताया और बताया कि थानाध्यक्ष ने बेहद संवेदनशीलता के साथ पूरे परिवार से बातचीत की।

12वीं में शुरू हुआ था रिश्ता

पुलिस जांच में पता चला कि हर्षित और उसकी गर्लफ्रेंड ने 12वीं तक साथ पढ़ाई की थी। उसी दौरान दोनों की नजदीकियां बढ़ीं। उनके घरों की दूरी करीब छह-सात किलोमीटर बताई जाती है।

मेटा-पुलिस टाईअप से संभव हुई मदद

गौरतलब है कि यूपी पुलिस और मेटा (फेसबुक-इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी) के बीच आत्महत्या संबंधी वीडियो या पोस्ट की निगरानी और त्वरित सूचना साझा करने का समझौता है। इसी सिस्टम की वजह से लखनऊ पुलिस को समय पर अलर्ट मिला और एक युवक की जान बच गई।