वाराणसी में गंगा में डूबते-डूबते बचा श्रद्धालु, एनडीआरएफ की सतर्कता से मीर घाट पर टली बड़ी अनहोनी

वाराणसी में गंगा में डूबते-डूबते बचा श्रद्धालु, एनडीआरएफ की सतर्कता से मीर घाट पर टली बड़ी अनहोनी

वाराणसी (रणभेरी):  कार्तिक मास के पावन अवसर पर काशी के घाटों पर इन दिनों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। सुबह से ही गंगा किनारे दशाश्वमेध, अस्सी, मणिकर्णिका और मीर घाट जैसे प्रमुख स्थानों पर स्नान और दीपदान करने वालों की लंबी कतारें नजर आ रही हैं। बढ़ती भीड़ को देखते हुए घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। एनडीआरएफ की टीम लगातार गंगा में गश्त कर रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

इसी बीच सोमवार सुबह मीर घाट पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले से आए करीब 85 वर्षीय श्रद्धालु गंगा में स्नान कर रहे थे। उम्रदराज होने के कारण उनका संतुलन अचानक बिगड़ गया और तेज लहरों की वजह से वे गहरे पानी में बहने लगे। घटना को देखकर आसपास मौजूद श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया। लोगों ने जोर-जोर से मदद के लिए पुकारा और एनडीआरएफ टीम को संकेत दिया।

सतर्कता की वजह से गंगा में पहले से मौजूद एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने तुरंत मोटरबोट को उसी दिशा में मोड़ा। मुश्किल परिस्थितियों और तेज धारा के बावजूद टीम ने फुर्ती दिखाते हुए बुजुर्ग को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। घाट पर लाकर उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया और तुरंत स्वास्थ्य जांच की गई। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति पूरी तरह सामान्य होने की जानकारी दी।

एनडीआरएफ की इस तत्परता की वजह से श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली। अधिकारी लगातार श्रद्धालुओं से अपील कर रहे हैं कि गंगा स्नान के दौरान सावधानी बरतें और सुरक्षा के निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।वाराणसी। कार्तिक मास के पावन अवसर पर काशी के घाटों पर इन दिनों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। सुबह से ही गंगा किनारे दशाश्वमेध, अस्सी, मणिकर्णिका और मीर घाट जैसे प्रमुख स्थानों पर स्नान और दीपदान करने वालों की लंबी कतारें नजर आ रही हैं। बढ़ती भीड़ को देखते हुए घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। एनडीआरएफ की टीम लगातार गंगा में गश्त कर रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

इसी बीच सोमवार सुबह मीर घाट पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले से आए करीब 85 वर्षीय श्रद्धालु गंगा में स्नान कर रहे थे। उम्रदराज होने के कारण उनका संतुलन अचानक बिगड़ गया और तेज लहरों की वजह से वे गहरे पानी में बहने लगे। घटना को देखकर आसपास मौजूद श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया। लोगों ने जोर-जोर से मदद के लिए पुकारा और एनडीआरएफ टीम को संकेत दिया।

सतर्कता की वजह से गंगा में पहले से मौजूद एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने तुरंत मोटरबोट को उसी दिशा में मोड़ा। मुश्किल परिस्थितियों और तेज धारा के बावजूद टीम ने फुर्ती दिखाते हुए बुजुर्ग को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। घाट पर लाकर उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया और तुरंत स्वास्थ्य जांच की गई। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति पूरी तरह सामान्य होने की जानकारी दी।

एनडीआरएफ की इस तत्परता की वजह से श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली। अधिकारी लगातार श्रद्धालुओं से अपील कर रहे हैं कि गंगा स्नान के दौरान सावधानी बरतें और सुरक्षा के निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।