धर्मनगरी काशी में गूंजेंगे भक्ति के स्वर, गंगा महोत्सव की अंतिम निशा में हंसराज रघुवंशी की प्रस्तुति

धर्मनगरी काशी में गूंजेंगे भक्ति के स्वर, गंगा महोत्सव की अंतिम निशा में हंसराज रघुवंशी की प्रस्तुति

वाराणसी (रणभेरी): धर्म की नगरी काशी में गंगा महोत्सव अपने चरम पर है। अंतिम निशा में भक्ति गीतों के सुपरस्टार हंसराज रघुवंशी अपनी प्रस्तुति देकर महोत्सव का समापन करेंगे। इससे पहले भी वह तीन वर्ष पूर्व काशी कोतवाल भैरव उत्सव में अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। इस बार राजघाट पर कार्यक्रम को लेकर तैयारियां चरम पर हैं।

संयुक्त निदेशक पर्यटन दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि हंसराज रघुवंशी के भक्ति गीतों को सुनने के लिए पूरे देश में उत्साह देखा जाता है। ऐसे में शिव की नगरी काशी में उनके आगमन को लेकर श्रोताओं में खास उत्साह है। दर्शकों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।

शिव भक्ति गीतों पर झूमेगी काशी
गायक हंसराज रघुवंशी के लोकप्रिय गीत ‘शिव-शिव शंकराय’ और ‘मेरा भोला भंडारी’ ने विश्वभर में अलग पहचान बनाई है। माना जा रहा है कि उनकी प्रस्तुति पर काशी एक बार फिर भक्तिमयी माहौल में डूब जाएगी। कार्यक्रम स्थल राजघाट पर 6 से 7 हजार से अधिक दर्शकों के आने की उम्मीद है। खास बात यह है कि महोत्सव में प्रवेश पूरी तरह निशुल्क है।

मालिनी अवस्थी ने किया श्रोताओं को मंत्रमुग्ध

गंगा महोत्सव की तीसरी निशा में प्रसिद्ध लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने रसूल मियां द्वारा लिखित ‘श्रीराम का सेहरा’ गीत प्रस्तुत किया, जिस पर दर्शक तालियों से गूंज उठे। कार्यक्रम में युवा और बुजुर्ग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। युवाओं ने उनके गीतों पर नृत्य कर आनंद लिया। मंच से मालिनी अवस्थी ने श्रोताओं का तहेदिल से धन्यवाद भी दिया।

गंगा तट पर पांच दिवसीय यह सांस्कृतिक महोत्सव काशी की आध्यात्मिकता, संगीत और परंपरा का अनूठा संगम पेश कर रहा है। अगले सत्र में हंसराज रघुवंशी की प्रस्तुति से महोत्सव के यादगार समापन की उम्मीद है।