संकल्प था दिनभर का, सचिन ने तोड़ दिए दो घंटे में ही मौन व्रत

संकल्प था दिनभर का, सचिन ने तोड़ दिए दो घंटे में ही मौन व्रत

(रणभेरी): राजस्थान में चुनाव से पायलट वुसंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर अनशन पर बैठ गए हैं। पायलट की सीएम गहलोत से मांग कर रहे है कि करप्शन की जांच कराकर कार्रवाई करें। यह पायलट का सीधे तौर पर वसुंधरा राजे पर अटैक है और यह 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी में सीएम फेस की वसुंधरा की दावेदारी की राह में मुश्किलें खड़ी कर सकता है? अपनी ही सरकार से नाराज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट आज 11 से पांच बजे तक मौन व्रत रखने वाले थे। 11 बजे शुरू हुए अनशन के महज दो घंटे बाद ही पायलट लोगों से बातचीत करते नजर आने लगे। पायलट की नाराजगी वसुंधरा राजे की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के विरुद्ध थी। इसके लिए उन्होंने आज मौन व्रत रखने का संकल्प लिया था।शहीद स्मारक पर सचिन पायलट के अनशन में समर्थकों की भारी भीड़ डटी हुई है। समर्थक सचिन पायलट के समर्थन में लगातार नारेबजी करने में लगे हुए हैं 'तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं'।

राजस्थान विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर लिखा कि "है तो “क़िस्सा कुर्सी का” लेकिन जनता को क्या मिला? सिर्फ बदहाल क़ानून व्यवस्था, रोते किसान, हैरान जवान, त्रस्त अवाम, रोती अबला। जनता कांग्रेस को कभी माफ़ नहीं करेगी।" सचिन पायलट के अनशन पर पवन खेड़ा ने बयान जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस महासचिव जयरामरमेश इस विषय पर जल्दी ही एक बयान जारी करेंगे। वही भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि सचिन पायलट का अनशन इसलिए वसुंधरा राजे पर है क्योंकि उनको पता है कि अगर वो सरकार के ऊपर आरोप लगाएंगे तो उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।

सचिन पायलट के अनशन की शुरुआत के बाद ही मुख्यमंत्री गहलोत ने बुधवार सुबह कैबिनेट की बैठक बुलाई है। 11 बजे बैठक शुरू होगी और उसके बाद मंत्रिपरिषद की बैठक होगी। बैठक में सभी को  उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद मंत्री पारिषद की बैठक होगी, जिसके बाद मंत्री प्रेस को बैठक के विषय में ब्रीफ करेंगे। कैबिनेट की बैठक के एजेंडे के बारे में अभी कोई जानकरी नहीं दी गई है। सूत्र बता रहे हैं कि सचिन पायलट के अनशन पर भी चर्चा होने की संभावना है। आगे की रणनीति के विषय में भी मुख्यमंत्री गहलोत मंत्रिमंडल के साथ चर्चा कर सकते हैं।