तमिल मेहमानों ने निहारी विश्वनाथ धाम की भव्यता

तमिल मेहमानों ने निहारी विश्वनाथ धाम की भव्यता

गंगा आरती कर हुए अभिभूत, देखने पहुंचे महाकवि भरतियार का घर

वाराणसी (रणभेरी): 'काशी तमिल संगम' में तमिलनाडु के छात्रों व प्रतिनिधियों ने हनुमान घाट पर मां गंगा की आरती उतारी। भारत की सुख-समृद्धि के लिए आशीर्वाद " मांगा। साथ ही काशी तमिल सांझा संस्कृति की प्रगाढ़ता के लिए मां गंगा का पूजन कर आरती उतार अभिभूत हो गए। इस दौरान छात्रों ने काशी की संस्कृति और जायकों का भी आनंद लिया। गलियों में घूमे और गंगा के तट पर सुखद अनुभूति को महसूस किया। काशी तमिल संगमम' में आये तमिलनाडु के प्रतिनिधियोें ने रविवार को नमामि गंगे टीम के साथ हनुमान घाट पहुंचे। आरोग्य भारत की कामना से द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं गंगाष्टकम का सामूहिक रूप से पाठ किया गया। राष्ट्रध्वज हाथों में लेकर सभी ने गंगा स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि काशी और तमिलनाडु दोनों शिवमय हैं। सर्वत्र राम हैं, सर्वत्र महादेव हैं। कहा कि काशी और तमिलनाडु की सांस्कृतिक विरासत साझी है। इसके बाद काशी-तमिल संगमम् के लिए तमिलनाडु से आए डेलीगेट्स हनुमान घाट के पास स्थित महाकवि भरतियार सुब्रमण्यम स्वामी के घर पहुंचे। 

आज पूरे दिन रहेंगे व्यस्त

काशी तमिल संगमम् में आए छात्र अपनी यात्रा के दूसरे दिन रविवार को पूरे दिन व्यस्त रहेंगे और काशी में घूमेंगे। हनुमान घाट के बाद सभी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन करने पहूंचे। कुछ गंगा के रास्ते कुछ बस से। वहाँ बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया। धाम में घूमे औऱ अन्न क्षेत्र में प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद रामनगर किला और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लालबहादुर शास्त्री के आवास जाएंगे। दोपहर के भोजन के बाद वे ढाई बजे सारनाथ, पांच बजे रविदास घाट से नाव से गंगा आरती देखने जाएंगे। इस दौरान एंफीथिएटर में प्रदर्शनी की भी आम लोगों के लिए खुल गई। इस सभी कार्यक्रम की निगरानी के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान स्वयं मौजूद हैं।

काशी तमिल संगम रविवार को तमिलनाडु से 250 प्रतिनिधि बाबा दरबार पहुंचे और सभी दर्शन पूजन करने के बाद कारीडोर का भ्रमण किया। इस दौरान भोग प्रसाद लेने के बाद अपने गंतव्य को प्रस्थान किया। इसके बाद डेलीगेट्स का पहला ग्रुप प्रयागराज और अयोध्या के लिए रवाना हो जाएगा।