कार्तिक पूर्णिमा स्नान में डूबा युवक, गंगा तट पर मचा हाहाकार; एनडीआरएफ तलाश में जुटी
वाराणसी (रणभेरी): कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर जहां गंगा तट श्रद्धा और आस्था के रंगों से सराबोर था, वहीं बुधवार की सुबह एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। गंगा स्नान के दौरान कोदोपुर गाँव का 22 वर्षीय युवक तेज बहाव में बह गया और देखते ही देखते लहरों में ओझल हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, युवक गंगा में डुबकी लगा रहा था कि अचानक वह गहरे पानी में चला गया। आसपास मौजूद लोगों ने बचाने की कोशिश की, परंतु नदी की तीव्र धारा के आगे सब प्रयास कमजोर पड़ गए। देखते ही देखते घाट पर चीख-पुकार मच गई और माहौल मातम में बदल गया।
घटना की जानकारी मिलते ही रामनगर थाना पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुँची। विशेषज्ञ गोताखोरों की टीम लगातार नदी में खोज अभियान चला रही है। घाट पर सैकड़ों की भीड़ जमा है और हर कोई चिंतित निगाहों से नदी की ओर टकटकी लगाए खड़ा है।
युवक का परिवार साधारण मजदूरी कर जीविका चलाता है। चार भाइयों में दूसरे नंबर पर होने के कारण घर की जिम्मेदारियों का बड़ा हिस्सा उसके कंधों पर था। हादसे की सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। माता-पिता और भाई अभी भी इस उम्मीद में गंगा तट पर बैठे हैं कि उनका बेटा किसी चमत्कार की तरह सुरक्षित लौट आए।
लोक-आस्था के इस पर्व पर घटी इस दुर्घटना ने एक बार फिर गंगा स्नान के दौरान सुरक्षा उपायों की अनिवार्यता पर सवाल खड़ा कर दिया है। लोग आस्था में डूबे रहते हैं, पर नदी की गहराई और धारा की ताकत का अंदाजा कई बार भारी पड़ जाता है।











