काशी विद्यापीठ में गार्ड की पिटाई, कार्रवाई न होने पर छात्रों संग धरने पर बैठा पीड़ित

वाराणसी (रणभेरी): महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के एलबीएस हॉस्टल में सोमवार की रात ड्यूटी पर तैनात गार्ड की पिटाई का मामला सामने आया है। एक्स-आर्मीमैन अभिषेक पांडेय नाम के गार्ड ने चार छात्रों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत की है। कार्रवाई न होने से नाराज गार्ड ने बुधवार सुबह छात्रों के साथ प्रशासनिक भवन के सामने धरना-प्रदर्शन किया।
लड़कियों को हॉस्टल में ले जाने से रोका तो हुई मारपीट
गार्ड अभिषेक पांडेय ने बताया कि सोमवार की शाम ड्यूटी के दौरान एक छात्र दो लड़कियों को लेकर हॉस्टल के अंदर जा रहा था। नियमों के खिलाफ यह देख जब उसने रोकने की कोशिश की, तो छात्र और उसके तीन साथियों ने मिलकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। किसी तरह वह बचकर बाहर निकला और घटना की सूचना अपने साथियों को दी। आरोपियों में करण, मुलायम और दो अज्ञात युवक शामिल बताए गए हैं।
गार्ड की कुलपति से लिखित शिकायत, कार्रवाई अब तक नहीं
अभिषेक ने बताया कि वह सेना से रिटायर्ड हैं, लेकिन इसके बावजूद उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की गई। उन्होंने मंगलवार को कुलपति को लिखित शिकायत सौंपी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। गार्ड ने चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।
NSUI ने किया प्रदर्शन, बाहरी व्यक्ति पर लगाया आरोप
मामले को लेकर एनएसयूआई ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। पूर्व महामंत्री ऋषभ पांडेय ने आरोप लगाया कि “विश्वविद्यालय में एक बाहरी व्यक्ति अभिलाष काशी के इशारे पर एबीवीपी से जुड़े लोग गार्ड पर हमला कर रहे हैं। एलबीएस हॉस्टल में बाहरी लोगों की मौजूदगी से माहौल खराब हो रहा है।”
राज्यपाल के निर्देशों की अनदेखी
एनएसयूआई नेताओं ने कहा कि हाल ही में हुए दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने हॉस्टलों से बाहरी व्यक्तियों को हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया है। छात्रों का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।