बड़ागणेश मंदिर में अन्नकूट महोत्सव पर सजेगी भव्य झांकी

बड़ागणेश मंदिर में अन्नकूट महोत्सव पर सजेगी भव्य झांकी
  • छप्पन भोग के साथ ही अर्पित होगी कई तरह की मिठाइयां व नमकीन
  • सुंदरकांड पाठ के साथ ही 51 वैदिक ब्राह्मण करेंगे वसंत पूजा
  • शाम को प्रांगण में होगा रविशंकर व डॉ. ममता टंडन का कथक

वाराणसी (रणभेरी): लोहटिया स्थित बड़ागणेश मंदिर में 22 अक्टूबर को भव्य अन्नकूट महोत्सव की झांकी सजायी जायेगी। इस मौके पर मंदिर में विभिन्न तरह की मिठाइयों के साथ ही कई प्रकार की नमकीन का भोग अर्पित किया जायेगा। इसके साथ ही इस दिन मंदिर परिसर में सुंदरकांड का पाठ, वंसत पूजा के साथ ही शास्त्रीय संगीत का भी आयोजन किया गया है। सायंकाल बनारस घराने के कलाकारों का संगीत संध्या भी आयोजित है जिसमें पं. रविशंकर मिश्र व डॉ. ममता टंडन का कथक नृत्य होगा। 

बड़ागणेश मंदिर के पुजारी पं. राजेश तिवारी ने बताया कि काशी में पहले तीन-चार मंदिरों में ही अन्नकूट महोत्सव का आयोजन हुआ करता था। इसमें बड़ागणेश मंदिर के अलावा मां अन्नपूर्णा मंदिर व काशी विश्वनाथ मंदिर, गोपाल मंदिर है। अब तो कई मंदिरों में अन्नकूट महोत्सव आयोजित होने लगा है। वैसे इनमें सबसे प्राचीन गणेश मंदिर ही है। वे बताते हैं कि यहां पर स्थानीय लोगों के सहयोग से यह आयोजन होता है। इस बार 22 अक्टूबर को अन्नकूट महोत्सव मनाया जायेगा। इस दिन सुबह 9 बजे से हवन व पूजन तथा दोपहर 12 बजे से सुंदरकांड का पाठ होगा। शाम पांच बजे से 51 वैदिक ब्राह्मणों का वसंत पूजा होगी। सायंकाल सात बजे से पं. कुबेरनाथ मिश्र के संयोजन में शास्त्रीय सगीत का आयोजन होगा। 

जिसमें बनारस घराने के कलाकारों के अलावा पं. रविशंकर मिश्र व डा. ममता टंडन का कथक नृत्य होगा। अर्धरात्रि 12 बजे बड़ागणेश की आरती होगी। वे बताते हैं कि इस बार भी बड़ागणेश जी को विभिन्न प्रकार के पकवानों को अर्पित किया जायेगा। जिसमें बेसन लड्डू, बुंदिया लड्डू, दल लड्डू, मगदल, बालूशाही, माठ, टिकिया, खुरमा, मीठी मठ्ठी, इमरती, घेवर, मंसूर काजू बर्फी, पिस्ता बर्फी, नारियल बर्फी, खोवे की बर्फी, मोदक व गुजियां तथा नमकीन में मठ्ठी, सोहाल, सेवडी, नकीन बुंदिया, सेव, मूंगफली, नमकीन, मिनी समोसा, खस्ता कचौड़ी, काजू फलहारी, बादाम फलहारी, मालपुआ आदि है।